मुंबई, 25 अक्टूबर घरेलू बाजारों के नकारात्मक संकेत तथा पश्चिम एशिया में भू-राजनीतिक तनाव बढ़ने के कारण विदेशों में डॉलर के मजबूत होने के बीच बुधवार को रुपये का आरंभिक लाभ लुप्त हो गया तथा अमेरिकी डॉलर के मुकाबले यह एक पैसे की मामूली गिरावट के साथ 83.17 प्रति डॉलर पर लगभग अपरिवर्तित बंद हुआ।
बाजार सूत्रों ने बताया कि हालांकि कच्चे तेल की कीमतों में नरमी और विदेशी शेयर निवेशकों की कुछ लिवाली से भारतीय मुद्रा को समर्थन मिला।
अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में रुपया डॉलर के मुकाबले आठ पैसे की बढ़त के साथ 83.08 पर खुला। दिन में यह 83.08 से 83.19 के बीच कारोबार करने के बाद अंत में 83.17 प्रति डॉलर पर बंद हुआ। यह पिछले बंद भाव के मुकाबले एक पैसे की गिरावट है।
सोमवार को रुपया 83.16 प्रति डॉलर पर बंद हुआ था। मंगलवार को विजयादशमी के मौके पर बाजार बंद थे।
इस बीच, छह प्रमुख मुद्राओं के मुकाबले अमेरिकी डॉलर की स्थिति को दर्शाने वाला डॉलर सूचकांक 0.20 प्रतिशत की बढ़त के साथ 106.48 पर रहा।
वैश्विक तेल मानक ब्रेंट क्रूड वायदा 0.20 प्रतिशत की बढ़त के साथ 88.25 डॉलर प्रति बैरल पर कारोबार कर रहा था।
बीएसई का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स 522.82 अंक की गिरावट दर्शाता 64,049.06 अंक पर बंद हुआ।
एक्सचेंज के आंकड़ों के अनुसार, विदेशी संस्थागत निवेशक (एफआईआई) पूंजी बाजार में शुद्ध बिकवाल रहे और उन्होंने सोमवार को 4,236.60 करोड़ रुपये के शेयर बेचे।
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