मुंबई, 25 सितंबर अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में अमेरिकी मुद्रा के मुकाबले रुपया सोमवार को 19 पैसे की गिरावट के साथ 83.13 प्रति डॉलर के भाव पर बंद हुआ। कच्चे तेल की बढ़ती कीमतों तथा दुनिया की अन्य प्रमुख मुद्राओं की तुलना में डॉलर के मजबूत होने से रुपये में गिरावट आई।
बाजार सूत्रों ने कहा कि विदेशी कोषों की निकासी से भी रुपये की धारणा प्रभावित हुई।
अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में रुपया 83.04 पर कमजोर खुला। दिन में कारोबार के दौरान यह 83.04 प्रति डॉलर के उच्चस्तर और 83.15 के निचले स्तर को छूने के बाद अंत में अपने पिछले बंद भाव से 19 पैसे की गिरावट के साथ 83.13 प्रति डॉलर पर बंद हुआ।
पिछले कारोबारी सत्र में अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपया 19 पैसे की तेजी के साथ 82.94 प्रति डॉलर पर बंद हुआ था।
दूसरी ओर, अमेरिकी फेडरल रिजर्व के ब्याज दर में और बढ़ोतरी के संकेत को लेकर चिंता के बीच आयातकों की माह के अंत की डॉलर मांग बढ़ने और अमेरिकी बॉन्ड प्रतिफल बढ़ने से अमेरिकी मुद्रा मजबूत हुई।
एलकेपी सिक्योरिटीज के शोध विश्लेषण विभाग के उपाध्यक्ष जतीन त्रिवेदी के अनुसार, रुपये की कमजोरी में दो महत्वपूर्ण कारकों का योगदान है - कच्चे तेल की बढ़ती कीमतें और डॉलर इंडेक्स की मजबूती।
इस बीच, छह प्रमुख मुद्राओं के मुकाबले अमेरिकी डॉलर की स्थिति को दर्शाने वाला डॉलर सूचकांक 0.08 प्रतिशत की बढ़त के साथ 105.67 हो गया।
वैश्विक तेल मानक ब्रेंट क्रूड वायदा 0.45 प्रतिशत बढ़कर 93.69 डॉलर प्रति बैरल के भाव पर पहुंच गया।
बीएनपी पारिबा बाय शेयरखान के शोध विश्लेषक अनुज चौधरी ने कहा, ‘‘मजबूत डॉलर और कमजोर घरेलू शेयर बाजार के कारण सोमवार को भारतीय रुपये में गिरावट आई। एफआईआई की बिकवाली के दबाव ने भी रुपये पर नकारात्मक असर डाला।’’
बीएसई का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स 14.54 अंक की तेजी के साथ 66,023.69 अंक पर बंद हुआ।
शेयर बाजार के आंकड़ों के अनुसार, विदेशी संस्थागत निवेशक पूंजी बाजार में शुद्ध बिकवाल रहे। उन्होंने सोमवार को 2,333.03 करोड़ रुपये के शेयर बेचे।
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