मुंबई, 13 सितंबर अमेरिकी मुद्रा के मुकाबले रुपया चार पैसे की तेजी के साथ 83.92 प्रति डॉलर पर बंद हुआ। विदेशी बाजार में डॉलर के कमजोर होने तथा विदेशी पूंजी निवेश बढ़ने के कारण रुपये में मजबूती आई।
विदेशी मुद्रा कारोबारियों ने कहा कि रुपये का कारोबार सीमित दायरे में रहा। भारतीय रिजर्व बैंक घरेलू मुद्रा पर मजबूत पकड़ बनाए हुए है।
अंतरबैंक विदेशी मुद्रा बाजार में रुपया 83.92 पर खुला और कारोबार के दौरान अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 83.85 के उच्चतम स्तर पर गया और 83.98 के निम्नतम स्तर तक आया। अंत में रुपया 83.92 प्रति डॉलर पर बंद हुआ, जो पिछले बंद भाव से चार पैसे अधिक है।
रुपया बृहस्पतिवार को तीन पैसे की बढ़त के साथ 83.96 प्रति डॉलर पर बंद हुआ था।
इस बीच, छह प्रमुख मुद्राओं के मुकाबले अमेरिकी डॉलर की स्थिति को दर्शाने वाला डॉलर सूचकांक 0.46 प्रतिशत गिरकर 100.90 पर आ गया।
शेयरखान बाय बीएनपी पारिबा के शोध विश्लेषक अनुज चौधरी ने कहा कि कमजोर डॉलर और वैश्विक जोखिम भावनाओं में वृद्धि के कारण शुक्रवार को रुपये में तेजी आई।
उन्होंने कमजोर डॉलर के लिए अमेरिका से निराशाजनक साप्ताहिक बेरोजगारी आंकड़ों को जिम्मेदार ठहराया, जबकि घरेलू शेयर बाजार में भारी एफआईआई निवेश ने रुपये के पक्ष में काम किया।
अंतरराष्ट्रीय तेल मानक ब्रेंट क्रूड वायदा 1.03 प्रतिशत बढ़कर 72.71 डॉलर प्रति बैरल हो गया।
घरेलू शेयर बाजारों में 30 शेयरों पर आधारित सूचकांक 71.77 अंक टूटकर 82,890.94 अंक पर बंद हुआ, जबकि निफ्टी 32.40 अंक गिरकर 25,356.50 अंक पर बंद हुआ।
शेयर बाजार के आंकड़ों के मुताबिक, विदेशी संस्थागत निवेशक (एफआईआई) पूंजी बाजार में शुद्ध लिवाल रहे। उन्होंने शुक्रवार को 2,364.82 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे।
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