देश की खबरें | आईजीयू के प्रतिद्वंद्वी गुट रविवार को पदाधिकारियों के चुनाव के लिए अलग वार्षिक आम बैठक करेंगे
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नयी दिल्ली, 14 दिसंबर भारतीय गोल्फ संघ (आईजीयू) के प्रतिद्वंद्वी गुट रविवार को यहां अलग मतदाता सूची और निर्वाचन अधिकारियों के साथ अलग-अलग चुनाव करेंगे क्योंकि विवादों से घिरे राष्ट्रीय महासंघ में अंदरूनी कलह जारी है।
इन गुटों में से एक का नेतृत्व इसके अध्यक्ष बृजिंदर सिंह और दूसरे का महासचिव हरीश शेट्टी कर रहे हैं।
सिंह गुट के चुनाव यहां इंडिया हैबिटेट सेंटर में होंगे और इनका संचालन न्यायमूर्ति (सेवानिवृत्त) रामेश्वर सिंह मलिक करेंगे जिन्हें दिल्ली उच्च न्यायालय ने निर्वाचन अधिकारी (आरओ) के रूप में चुनावों की निगरानी करने की अनुमति दी है।
सिंह को न्यायमूर्ति (सेवानिवृत्त) मलिक द्वारा अध्यक्ष के रूप में निर्वाचित घोषित किया जाना तय है क्योंकि वह शीर्ष पद के लिए एकमात्र उम्मीदवार हैं जबकि सतीश कुमार और संजीव रतन भी क्रमशः सचिव और कोषाध्यक्ष के लिए एकमात्र प्रतियोगी थे।
न्यायमूर्ति (सेवानिवृत्त) ओपी गर्ग और न्यायमूर्ति (सेवानिवृत्त) प्रमोद कोहली के बाद तीसरे नियुक्त न्यायमूर्ति (सेवानिवृत्त) मलिक पहले ही कह चुके हैं कि चूंकि प्रत्येक पद के लिए केवल एक ही उम्मीदवार था इसलिए चुनाव कराने की कोई आवश्यकता नहीं थी।
चुनाव कार्यक्रम के अनुसार नामांकन पांच दिसंबर तक अंतिम रूप दिए जाने थे तथा 10 दिसंबर तक नाम वापसी के बाद उम्मीदवारों की अंतिम सूची की पुष्टि की जानी थी।
इस बीच रविवार को प्रतिद्वंद्वी गुट द्वारा कराए जा रहे चुनावों में शेट्टी का अध्यक्ष और बसंत कुमार रेप्सवाल का महासचिव चुना जाना तय है। मजे की बात यह है कि शेट्टी का गुट न्यायमूर्ति (सेवानिवृत्त) गर्ग को निर्वाचन अधिकारी के रूप में नियुक्त करते हुए ओलंपिक भवन - भारतीय ओलंपिक संघ के मुख्यालय - में एजीएम आयोजित करेगा।
बंगाल गोल्फ संघ ने न्यायमूर्ति (सेवानिवृत्त) मलिक की आरओ के रूप में नियुक्ति को चुनौती दी थी लेकिन दिल्ली उच्च न्यायालय ने आईजीयू चुनावों में हस्तक्षेप करने से इनकार कर दिया था और मलिक को निर्वाचन अधिकारी के रूप में काम करने की अनुमति दी थी।
हालांकि उच्च न्यायालय ने याचिकाकर्ता ‘बंगाल गोल्फ संघ’ को परिणाम घोषित होने के बाद चुनाव को चुनौती देने की स्वतंत्रता दी।
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