देश की खबरें | दिल्ली में वायु की खराब गुणवत्ता के कारण सांस संबंधी बीमारियां बढ़ रही हैं: चिकित्सक

नयी दिल्ली, 23 नवंबर चिकित्सकों का कहना है कि राष्ट्रीय राजधानी में हवा की खराब गुणवत्ता के कारण सांस संबंधी बीमारियां बढ़ गई हैं।

चिकित्सकों का कहना है कि हवा की यह खराब गुणवत्ता खासकर उन मरीजों के लिए हानिकारक है, जो पहले से ही फेफड़ों से संबंधित बीमारी से पीड़ित हैं।

'रेस्पिरेटरी मेडिसिन' विभाग की सहायक प्रोफेसर डॉ. अंकिता गुप्ता ने कहा कि वायु प्रदूषण फेफड़ों में कणिकाओं को पहुंचाकर श्वसन संबंधी बीमारियों को बढ़ाता है। इससे सांस लेने में तकलीफ, गले में खराश और कुछ मामलों में द्वितीयक संक्रमण जैसे लक्षण हो सकते हैं।

डॉ. गुप्ता ने कहा, "पहले से ही फेफड़ों की बीमारी से पीड़ित मरीजों को अक्सर पूरे साल नियमित दवा लेनी पड़ती है।"

सर गंगा राम अस्पताल में चेस्ट मेडिसिन विभाग के वरिष्ठ परामर्शदाता डॉ. उज्ज्वल पारख ने कहा, "प्रदूषकों के लंबे समय तक संपर्क में रहने से सूजन, वायुमार्ग में संकुचन और फेफड़ों की कार्यक्षमता में कमी हो सकती है, जिससे अस्थमा, सीओपीडी या क्रोनिक ब्रोंकाइटिस जैसी स्थितियों का सामान्य उपचार और भी अधिक कठिन हो जाता है।"

आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, दिल्ली की वायु गुणवत्ता 20 दिनों से अधिक समय से गंभीर श्रेँणी में बनी हुई है।

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