देश की खबरें | महाराष्ट्र के 15 जिलों में कोविड-19 के मामलों में कमी: टोपे

मुंबई, चार मई महाराष्ट्र के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने मंगलवार को कहा कि मुंबई और ठाणे सहित 15 जिलों में कोविड-19 के प्रतिदिन सामने आने वाले मामलों में गिरावट देखी जा रही है, लेकिन अन्य जिलों में मामलों में अभी भी बढ़ोतरी जारी है।

टोपे ने कहा कि सरकार कोविड-19 संक्रमण के अधिक मामलों वाले जिलों में संक्रमण की संख्या को कम करने का लक्ष्य बना रही है।

टोपे ने कहा कि राज्य सरकार रूसी टीके स्पुतनिक वी के निर्माता के साथ बातचीत करके इस टीके का खरीद मूल्य तय करने का प्रयास कर रही है।

उन्होंने यहां संवाददाताओं से कहा, ‘‘सांगली, सतारा, बुलढाणा और कोल्हापुर सहित लगभग 20 जिलों में कोविड-19 मामले अभी भी बढ़ रहे हैं और हमारा लक्ष्य उन्हें कम करना है।’’

उन्होंने कहा कि 15 जिलों- मुंबई, धुले, नांदेड़, भंडारा, ठाणे, नासिक, लातूर, नंदुरबार, नागपुर, औरंगाबाद, अमरावती, रायगढ़, ओसमाबाद, चंद्रपुर और गोंदिया में कोविड-19 के मामले रोज घट रहे हैं।

मंत्री ने कहा कि जिन क्षेत्रों में मामले बढ़ रहे हैं, वहां के जिला प्रशासन को अस्पतालों में बिस्तर की क्षमता बढ़ाने के लिए कहा गया है।

उन्होंने कहा कि संक्रमण की दूसरी लहर का सामना कर रहे राज्य में सकारात्मकता दर में 5 प्रतिशत की कमी दर्ज की गई है और 27 प्रतिशत से कम होकर 22 प्रतिशत हो गई है।

मंत्री ने कहा कि कोरोना वायरस की जांच की संख्या में कोई कमी नहीं की गई है।

उन्होंने कहा, ‘‘प्रतिदिन जांच की संख्या 2.5 लाख से 2.8 लाख के बीच होती है, जिनमें से आरटीपीसीआर 65 फीसदी और रैपिड एंटीजन टेस्ट 35 फीसदी होते हैं।’’

टोपे ने बताया कि देश में संक्रमण से सबसे ज्यादा प्रभावित राज्य को रेमडेसिविर की 3.5 लाख शीशियां और 20,000 ऑक्सीजन सांद्रक मिलेंगे।

टोपे ने कहा कि महाराष्ट्र द्वारा प्राप्त किए जाने वाले रेमेडेसिविर भंडार में से 40,000 इंजेक्शन मिल चुके हैं और पहले से ही उपयोग किए जा रहे हैं।

उन्होंने कहा कि 45 से अधिक आयु वर्ग के लिए टीके की नौ लाख खुराक प्राप्त हुई है।

इस बीच महाराष्ट्र के मंत्री बालासाहेब थोराट ने मंगलवार को कहा कि उन्होंने मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को पत्र लिखकर आग्रह किया है कि पत्रकारों को कोविड-19 के खिलाफ अग्रिम मोर्चे पर तैनात कर्मी माना जाए ताकि उन्हें कोविड-19 रोधी टीका लग सके।

राज्य के राजस्व मंत्री ने पत्रकारों से कहा कि पूरी महामारी के दौरान कोरोना वायरस के खतरे के बावजूद पत्रकार अपने जीवन को खतरे में डाल कर काम करते रहे हैं।

थोराट ने कहा, ‘‘उन्हें अग्रिम पंक्ति के कर्मी माना जाना चाहिए और उन्हें टीका लगाया जाना चाहिए।’’

राज्य के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने भी कहा है कि वह मुख्यमंत्री के समक्ष इस मांग को रखेंगे।

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