मुंबई, 11 दिसंबर भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के नये गवर्नर संजय मल्होत्रा ने बुधवार को कहा कि केंद्रीय बैंक नीतिगत मोर्चे पर स्थिरता को बनाये रखेगा। उन्होंने यह भी कहा कि मौजूदा वैश्विक आर्थिक और राजनीतिक माहौल को देखते हुए हमें सतर्क और सजग रहने की जरूरत है।
इससे पहले, उन्होंने आरबीआई के 26वें गवर्नर के रूप में पदभार संभाला। उन्होंने शक्तिकान्त दास का स्थान लिया है, जिनका छह साल का कार्यकाल मंगलवार को समाप्त हो गया।
मल्होत्रा ने गवर्नर के रूप में मीडिया से पहली बातचीत में कहा, ‘‘हमें इस तथ्य को लेकर सचेत रहना है कि हम नीतिगत स्तर पर निरंतरता और स्थिरता बनाए रखें....। साथ ही हमें चुनौतियों का सामना करने के लिए सतर्क और सजग रहना होगा।’’
मल्होत्रा ने यह भी कहा कि आरबीआई की विरासत को आगे बढ़ाने के लिए केंद्रीय बैंक वित्तीय नियामकों, सरकारों तथा अन्य सभी पक्षों के साथ मिलकर काम करता रहेगा।
उन्होंने विभिन्न पक्षों के साथ व्यापक विचार-विमर्श के महत्व का जिक्र करते हुए कहा, ‘‘सभी ज्ञान पर हमारा एकाधिकार नहीं है।’’
पूर्व राजस्व सचिव ने यह भी कहा कि आरबीआई वित्तीय समावेश को बढ़ावा देने के लिए बड़े पैमाने पर प्रौद्योगिकी का उपयोग करेगा।
उन्होंने कहा, ‘‘मैं इस बात से अवगत हूं कि आरबीआई ने अपनी स्थापना के 90वें वर्ष में स्थिरता, भरोसा और वृद्धि का विषय दिया है। ये तीनों विषय काफी महत्वपूर्ण स्तंभ हैं। इसपर हमें काम करना है।’’
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