कोटा, 16 अक्टूबर : सरकारी नौकरी पाने के इच्छुक 31 वर्षीय एक व्यक्ति ने सिपाही की भर्ती परीक्षा में शामिल होने के वास्ते उम्र कम दिखाने के लिए कई वर्षों तक जालसाजी और धोखाधड़ी की. अधिकारियों ने यह जानकारी दी. अधिकारियों ने बताया कि आरोपी ने अपना जाली जन्म प्रमाण पत्र और आधार कार्ड बनवाया और 2021 में 10वीं की बोर्ड परीक्षा पास की तथा दो वर्ष तक इंतजार करने के बाद 12वीं की बोर्ड परीक्षा पास की.
इन दोनों परीक्षाओं को उत्तीर्ण करने के बाद आरोपी ने राजस्थान सिपाही भर्ती परीक्षा-2023 उत्तीर्ण की और चयन प्रक्रिया के एक दौर को छोड़कर बाकी सभी दौर को पार किया. उन्होंने बताया कि मंगलवार को आयोजित दस्तावेज सत्यापन और स्वास्थ्य जांच के अंतिम दौर में 31 वर्षीय हंसराज सिंह पकड़ा गया और उसकी जालसाजी का भंडाफोड़ हो गया. सिंह खुद को 22 साल का बताने की कोशिश कर रहा था. यह भी पढ़ें : CM Omar Abdullah: मुख्यमंत्री बनते ही उमर अब्दुल्ला ने पुलिस महानिदेशक को दिया यह निर्देश
बारां के पुलिस अधीक्षक राज कुमार चौधरी ने बताया कि नीम का थाना क्षेत्र निवासी सिंह को भारतीय न्याय संहिता की संबंधित धाराओं के तहत धोखाधड़ी और जालसाजी के आरोप में गिरफ्तार किया गया है. उन्होंने बताया कि पूछताछ के दौरान सिंह ने कथित तौर पर कबूल किया कि उसने परीक्षा देने के लिए दस्तावेजों में अपनी उम्र नौ साल कम कर दी थी.