देश की खबरें | पंजाब: तरनतारन में दुकानदार की हत्या मामले में दो शूटर सहित चार व्यक्ति गिरफ्तार

चंडीगढ़, 23 अक्टूबर पंजाब पुलिस ने तरनतारन के एक दुकानदार की हत्या करने के आरोप में दो शूटर सहित चार व्यक्तियों को गिरफ्तार किया है। यह जानकारी राज्य के शीर्ष पुलिस अधिकारी ने दी।

राज्य के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) गौरव यादव ने कहा कि गिरफ्तार व्यक्तियों में कनाडा स्थित आतंकवादी लखबीर सिंह उर्फ ​​लांडा और यूरोप में रह रहा आतंकवादी सतपाल सिंह उर्फ ​​सत्ता के करीबी सहयोगी शामिल हैं तथा ये लोग बब्बर खालसा इंटरनेशनल (बीकेआई) के पाकिस्तानी आतंकवादी हरविंदर सिंह रिंडा के करीबी सहयोगी हैं।

उल्लेखनीय है कि ग्यारह अक्टूबर को दो हमलावरों ने गुरजंत सिंह की उनकी दुकान पर कथित तौर पर गोली मारकर हत्या कर दी थी।

डीजीपी ने एक बयान में कहा कि गिरफ्तार किए गए शूटर की पहचान तरनतारन के शेरोन गांव निवासी गुरकीरत सिंह उर्फ ​​घुगी और तरनतारन के नौशेरा पन्नुआं निवासी अजमीत सिंह के तौर पर की गई है।

पुलिस ने बताया कि दो अन्य की पहचान बटाला निवासी हरमनजोत और आकाशदीप सिंह के रूप में की गई है। पुलिस ने कहा कि इन दोनों को शूटर को हथियार और अन्य साजो-सामान मुहैया करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है।

उन्होंने कहा कि पुलिस ने उनके कब्जे से 9 एमएम की दो पिस्तौल और 0.30 बोर की दो पिस्तौल सहित चार पिस्तौल बरामद की है।

यह गिरफ्तारी पुलिस द्वारा तरनतारन से दो व्यक्ति रविशेर सिंह उर्फ ​​रवि और वरिंदर सिंह उर्फ ​​भिंडी को गिरफ्तार करने के चार दिन बाद की गई। दोनों पर मामले में रेकी करने और शूटर के ठहरने की व्यवस्था करने का आरोप है। पुलिस ने उनके कब्जे से 0.30 बोर की एक पिस्तौल और दो कार भी बरामद की, जिनका इस्तेमाल अपराध में किया गया था।

अमृतसर के पुलिस आयुक्त अरुण पाल सिंह ने कहा कि विश्वसनीय गुप्त सूचना के बाद, तरनतारन पुलिस, कमिश्नरेट पुलिस अमृतसर और एंटी-गैंगस्टर टास्क फोर्स (एजीटीएफ) ​​ने एक संयुक्त अभियान में सभी चार आरोपियों को गिरफ्तार किया।

पुलिस ने कहा कि प्रारंभिक जांच में पता चला है कि आरोपी, लांडा और रिंडा के इशारे पर अमृतसर में एक और हत्या की साजिश रच रहे थे।

तरनतारन के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक रणजीत सिंह ढिल्लों ने कहा कि गुरजंत और उसके चचेरे भाई अर्शदीप सिंह उर्फ ​​बट्टी के बीच पारिवारिक विवाद था, जो सत्ता और लांडा का करीबी सहयोगी है तथा उसे कुरुक्षेत्र में दिल्ली पुलिस के विशेष प्रकोष्ठ ने आईईडी लगाने के एक मामले में गिरफ्तार किया था।

उन्होंने कहा, ‘‘लांडा और सत्ता ने गुरजंत की हत्या करके अर्शदीप बट्टी की गिरफ्तारी का बदला लिया, जो उनके अनुसार पुलिस का मुखबिर था और बट्टी को गिरफ्तार कराने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।’’

तरनतारन के सदर पुलिस थाने में भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की धारा 302 (हत्या) और अन्य प्रासंगिक प्रावधानों तथा शस्त्र अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया था।

(यह सिंडिकेटेड न्यूज़ फीड से अनएडिटेड और ऑटो-जेनरेटेड स्टोरी है, ऐसी संभावना है कि लेटेस्टली स्टाफ द्वारा इसमें कोई बदलाव या एडिट नहीं किया गया है)