जरुरी जानकारी | मुम्‍बई की परिवहन व्‍यवस्‍था में वॉटर टैक्‍सी , रोपैक्‍स फेरी सेवाएं जोड़ने की तैयारी

नयी दिल्ली , सात अप्रैल केंद्रीय पत्तन, पोत परिवहन और जलमार्ग राज्‍य मंत्री (स्‍वतंत्र प्रभार) मनसुख मंडाविया ने बुधवार को कहा कि मुम्‍बई की भीड़ भरी सड़कों से परिवहन का भार कम करने और पर्यावरण अनुकूल जल परिवहन व्‍यवस्‍था को बढ़ावा देने के लिए वहां रोपैक्‍स फेरी सेवा के 4 नए मार्गों और वॉटर टैक्‍सी सेवा के 12 नए मार्गों को दिसम्‍बर तक परिचालन योग्‍य बनाने की योजना बनाई गई है।

मंत्रालय की एक विज्ञप्ति के अनुसार मंडाविया ने मुम्‍बई में शहरी जल परिवहन परियोजनाओं की समीक्षा बैठक बुलायी थी। बैठक में मंत्रालय के वरिष्‍ठ अधिकारी, मुम्‍बई बंदरगाह के अध्‍यक्ष और महाराष्‍ट्र मैरीटाइम बोर्ड के अधिकारी तथा अन्‍य हितधारक मौजूद थे।

बयान के मुताबिक इस समय रोपैक्‍स (रोल ऑन/रोल ऑफ यात्री) सेवा भाऊचा धक्‍का से मांडवा (अलीबाग) तक परिचालित की जाती है। इसके तहत 110 किलोमीटर की सड़क यात्रा को जल मार्ग के जरिए घटाकर 18 किलोमीटर किया गया है और इससे रोजाना सफर करने वाले लोगों का यात्रा समय 3-4 घंटे से घटकर मात्र एक घंटा रह गया है।

विज्ञप्ति के अनुसार इस फेरी सेवा के लाभों को देखते हुए मुम्‍बई के अन्‍य विभिन्‍न मार्गों पर भी इस तरह की रोपैक्स सेवाएं शुरू करने की योजना है। इनमें रोपैक्‍स टर्मिनल (फेरी जेटी) से नेरूल, काशिद और मोरा, करंजा से रेवास के लिए सेवाएं होंगी।

इसी तरह वाटर टैक्सी के लिए डोमेस्टिक क्रूज टर्मिनल (डीसीटी) से नेरूल, बेलापुर,वाशी, ऐरोली, रेवास,करंजा,धरमतर और कान्‍होजी अग्रे द्वीप, बेलापुर से ठाणे और गेटवे ऑफ इंडिया, वाशी से ठाणे और गेटवे ऑफ इंडिया मार्ग पर चलाई जाएंगी।

मंडाविया ने कहा कि नए जलमार्गों पर परिचालन शुरू होना, प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी के जलमार्गों का उपयोग करने और उन्‍हें देश के आर्थिक विकास से जोड़ने के दृष्टिकोण की दिशा में एक महत्‍वपूर्ण कदम है।

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