दलित के घर मुख्यमंत्री, येदियुरप्पा का नाश्ता चुनाव से पहले का ‘फोटो ऑप’ : कांग्रेस
सीएम बसवराज बोम्मई (Photo Credits: Facebook)

चित्रदुर्ग, 12 अक्टूबर : कांग्रेस ने बुधवार को कहा कि कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई और भाजपा के दिग्गज नेता बी एस येदियुरप्पा का एक दलित के घर नाश्ता करना राज्य में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले वोट की खातिर "फोटो-ऑप" है. विपक्ष के नेता सिद्धरमैया ने आरोप लगाया कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की सरकार ने दलितों और अन्य पिछड़े समुदायों के उत्थान के लिए कुछ नहीं किया है. वहीं, कांग्रेस महासचिव एवं पार्टी के कर्नाटक प्रभारी रणदीप सिंह सुरजेवाला ने चिक्कमंगलुरु में दलित कार्यकर्ताओं के साथ कथित तौर पर मारपीट किए जाने और उन्हें बंदी बनाए जाने की घटना का जिक्र करते हुए बोम्मई सरकार पर निशाना साधा.

राहुल गांधी के नेतृत्व में निकाली जा रही ‘भारत जोड़ो यात्रा’ में शामिल होने यहां पहुंचे सिद्धरमैया ने एक सवाल के जवाब में संवाददाताओं से कहा, ‘‘क्योंकि चुनाव आ रहे हैं, वे दलितों, पिछड़े वर्गों, एससी-एसटी को याद करने लगे हैं, अब तक इस सरकार द्वारा उनके कल्याण के लिए कुछ भी नहीं किया गया है. अब वे चुनाव और वोट के लिए उन इलाकों का दौरा कर रहे हैं जहां दलित और पिछड़े समुदाय के लोग रहते हैं.’’ यह भी पढ़ें : अब भी स्वतंत्र आर्थिक फैसले नहीं ले पाती हैं 59 फीसदी भारतीय कामकाजी महिलाएं: सर्वे

पार्टी की 'जन संकल्प यात्रा' में शामिल बोम्मई, येदियुरप्पा और अन्य भाजपा नेताओं ने विजयनगर जिले के कमलापुरा गांव में बुधवार को एक दलित के घर में नाश्ता किया. सुरजेवाला ने एक ट्वीट में आरोप लगाया, "कर्नाटक में बोम्मई सरकार के तहत दलितों पर अत्याचारों में पिछले साल की तुलना में 54 प्रतिशत की वृद्धि हुई है. बोम्मई-बीएसवाई (येदियुरप्पा) जहां एक दलित के घर जाने का फोटो-ऑप करते हैं, वहीं एक भाजपा नेता ने 16 दलितों को बंदी बना लिया और एक असहाय महिला को अपना बच्चा खोना पड़ा.’’