नयी दिल्ली, 14 दिसंबर कांग्रेस ने शनिवार को आरोप लगाया कि लोकसभा में संविधान पर चर्चा का जवाब देते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने उबाऊ भाषण दिया और उनके द्वारा रखे गए 11 संकल्प खोखले हैं।
पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी वाद्रा ने कहा कि यदि भ्रष्टाचार को लेकर प्रधानमंत्री की बिल्कुल बर्दाश्त नहीं करने की नीति है तो अदाणी के मामले पर चर्चा करानी चाहिए।
उन्होंने दावा किया कि प्रधानममंत्री का भाषण उबाऊ था।
प्रियंका गांधी ने कहा, ‘‘दशकों बाद ऐसा लगा कि गणित के ‘डबल पीरियड’ में बैठे हैं। नड्डा जी हाथ मल रहे थे और जब मोदी जी ने उनकी ओर देखा तो वह अचानक ऐक्टिंग करने लग गए कि मैं सुन रहा हूं। अमित शाह जी भी अपना सिर छू रहे थे। पीयूष गोयल जी लग रहे थे कि सोने वाले हैं।’’
उन्होंने कहा, ‘‘मुझे लगा कि वो नयी बात बोलेंगे। उन्होंने 11 खोखले संकल्प रखे। अगर भ्रष्टाचार को लेकर बिल्कुल बर्दाश्त नहीं करने की नीति है तो अदाणी पर चर्चा करिए।’’
पार्टी के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल ने संसद परिसर में संवाददाताओं से कहा कि कांग्रेस ने सदन में इस बात का खुलासा कर दिया है कि यह पूरी सरकार अदाणी समूह के लिए चल रही है।
उनका कहना था, ‘‘प्रधानमंत्री के भाषण में कुछ नया नहीं है। सिर्फ कांग्रेस के खिलाफ आरोप लगाए हैं। हमने कल और आज खुलासा कर दिया कि पूरी सरकार अदाणी के लिए चल रही है। जिस तरह से आरएसएस और हिंदू महासभा ने पहले दिन से संविधान का विरोध किया था, इसका भी खुलासा हुआ है।’’
वेणुगोपाल ने दावा किया, ‘‘राहुल गांधी के भाषण के समय प्रधानमंत्री अनुपस्थित थे, गृह मंत्री अनुपस्थित थे। या तो वे राहुल गांधी का सामना करने से डरे हुए हैं या फिर वे विपक्ष में विश्वास नहीं करते हैं।’’
प्रधानमंत्री मोदी ने आपातकाल को लेकर कांग्रेस पर निशाना साधते हुए शनिवार को लोकसभा में कहा कि विपक्षी दल के माथे से यह कलंक कभी नहीं मिट सकेगा।
प्रधानमंत्री मोदी ने सदन में ‘संविधान के 75 वर्ष की गौरवशाली यात्रा’ पर चर्चा का जवाब देते हुए नेहरू-गांधी परिवार पर भी निशाना साधा और आरोप लगाया कि इस परिवार ने हर स्तर पर संविधान को चुनौती दी।
(यह सिंडिकेटेड न्यूज़ फीड से अनएडिटेड और ऑटो-जेनरेटेड स्टोरी है, ऐसी संभावना है कि लेटेस्टली स्टाफ द्वारा इसमें कोई बदलाव या एडिट नहीं किया गया है)