भुवनेश्वर, 30 नवंबर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शनिवार को यहां देश के शीर्ष पुलिस अधिकारियों के साथ पुलिस एवं सुरक्षा से जुड़े विभिन्न विषयों पर चर्चा की।
पुलिस महानिदेशक एवं पुलिस महानिरीक्षक स्तर के लगभग 250 अधिकारी यहां आयोजित 59वें डीजीपी/आईजीपी सम्मेलन में प्रत्यक्ष तौर पर भाग ले रहे हैं, जबकि 200 से अधिक अन्य अधिकारी वर्चुअल माध्यम से इसमें भाग ले रहे हैं।
मोदी ने ‘एक्स’ पर लिखा, ‘‘ भुवनेश्वर में डीजीपी/आईजीपी सम्मेलन का पहला दिन काफी सार्थक रहा। पुलिसिंग और सुरक्षा पर चर्चा हुई।’’
प्रधानमंत्री कार्यालय ने शुक्रवार को कहा था कि तीन दिवसीय सम्मेलन में आतंकवाद निरोध, वामपंथी उग्रवाद, तटीय सुरक्षा, नए आपराधिक कानून और मादक पदार्थ के मुद्दों पर विचार विमर्श किया जाएगा।
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने शुक्रवार को यहां वार्षिक डीजीपी/आईजीपी सम्मेलन का उद्घाटन करते हुए कहा था कि सुरक्षा एजेंसियों को पूर्वी सीमा पर उभरती हुई सुरक्षा संबंधी चुनौतियों, आव्रजन और शहरी पुलिस व्यवस्था के रुझानों पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए।
केंद्रीय गृह मंत्री का यह बयान इसलिए भी महत्वपूर्ण है क्योंकि भारत के पूर्वी पड़ोसी देश बांग्लादेश में अगस्त में तत्कालीन प्रधानमंत्री शेख हसीना को हटाए जाने और अंतरिम प्रशासन के कार्यभार संभालने के बाद से वहां अशांति देखी गई है।
बांग्लादेश में हिंदुओं और अन्य अल्पसंख्यकों पर हमलों की खबरें लगातार आ रही हैं, नयी दिल्ली ने यह मुद्दा ढाका के समक्ष जोरदार ढंग से उठाया है।
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