नयी दिल्ली, 23 नवंबर दिल्ली में प्रदूषण के बढ़ते स्तर के कारण पालतू और आवारा पशुओं पर इसका असर पड़ रहा है जिससे उनको स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं हो रही हैं एवं व्यवहार में भी बदलाव हो रहा है। पशु चिकित्सकों ने यह जानकारी दी।
पशु चिकित्सकों ने बताया कि राजधानी में वायु गुणवत्ता खराब होने के कारण कई जानवरों को श्वसन संबंधी समस्याएं हो रही हैं, जिनमें खांसी, छींक, उल्टी, दस्त और छाती में जकड़न जैसे लक्ष्ण शामिल हैं।
दिल्ली वन एवं वन्यजीव विभाग के परामर्शदाता पशु चिकित्सक सुमित नागर ने बताया कि पशुओं में सांस संबंधी परेशानी के मामले बढ़ रहे हैं।
पालतू जानवरों के मालिक उन्हें जहरीली हवा से बचाने के लिए बाहर कम घूमा रहे हैं, लेकिन इस उपाय के कारण कुछ कुत्तों में ऊर्जा की कमी और आक्रामकता जैसी व्यवहार संबंधी समस्याएं हो रही हैं।
पीतमपुरा निवासी सुजाता भट्टाचार्य ने कहा, ‘‘सुबह की धुंध के कारण मैं अपने कुत्तों को सैर पर नहीं ले जा पा रही हूं। जहरीली हवा के संपर्क में आने से उन्हें खांसी और उल्टी होने लगती है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘चूंकि मास्क उनके लिए कोई विकल्प नहीं है इसलिए हमने कुत्तों को बाहर ले जाना कम कर दिया है लेकिन इससे वे अधिक आक्रामक हो गए हैं। कुत्तों के लिए बाहरी गतिविधियां महत्वपूर्ण हैं, लेकिन यहां तक कि बाथरूम जाने से भी वे हानिकारक हवा के संपर्क में आ रहे हैं।’’
बिल्ली पालने वाले मालिकों ने भी इनमें बदलाव देखा है। कई लोगों ने बताया कि जब वे उन्हें बाहर नहीं ले जाते हैं तो बिल्लियों की आंखों में जलन होती है और उन्हें छींकें आने लगती हैं।
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