दुर्ग, 21 सितंबर: कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाद्रा ने बृहस्पतिवार को भारतीय जनता पार्टी पर परोक्ष रूप से हमला करते हुए कहा कि दुर्भाग्य से देश में राजनीति के मूल्य बदल गए हैं और लोगों की भावनाओं का इस्तेमाल राजनीतिक उद्देश्यों के लिए किया जा रहा है. गांधी ने कहा कि राजनीतिक साजिश के तहत लोगों को धर्म और जाति के नाम पर गुमराह किया जा रहा है जिससे वे सवाल न पूछ सकें.
छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले के भिलाई शहर में महिलाओं के लिए राज्य सरकार के एक कार्यक्रम महिला समृद्धि सम्मेलन को संबोधित करते हुए प्रियंका ने पूछा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बेरोजगारी, महंगाई और उनके उद्योगपति मित्रों के प्रतिदिन 1600 करोड़ रुपये कमाने के बारे में क्यों नहीं कहते.
अपने बचपन के अनुभव को साझा करते हुए प्रियंका ने कहा, ‘‘मैं बचपन में अपने पिता और पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी के साथ उनके निर्वाचन क्षेत्र अमेठी की यात्रा पर थी. जीप मेरे पिता चला रहे थे। हम एक गांव में रुके और मेरे पिता गाड़ी से उतरकर सड़क पर कुछ लोगों से बात करने लगे.’’
उन्होंने कहा, ‘‘इसी बीच एक महिला वहां आई और सड़क की शिकायत करते हुए मेरे पिता पर चिल्लाने लगी। मेरे पिता ने उसे उत्तर दिया. जब मैंने अपने पिता से पूछा कि क्या उन्हें (उस महिला के रवैये से) बुरा लगा, तो उन्होंने कहा, नहीं। उन्होंने कहा कि जवाब देना उनका कर्तव्य है और जवाब मांगना उस महिला का कर्तव्य है.''
उन्होंने कहा, ''अब 40 साल हो गए हैं। मैंने उत्तर प्रदेश की एक महिला से पूछा कि क्या उसके पास गैस सिलेंडर है, उसने कहा हां, लेकिन वह खाली था। उसने कहा कि कोई नौकरी नहीं है, और वह चूड़ियां बेचकर आजीविका कमाती है। उन्होंने पानी और बिजली की भी शिकायत की. जब मैंने पूछा कि क्या वह मौजूदा विधायक को वोट देंगी, तो उन्होंने हां कहा और जाति और धर्म के बारे में बात करने लगीं.''
कांग्रेस नेता ने आगे कहा कि दुर्भाग्य से राजनीति बदल गई है. राजनीति में मूल्य बदल गये हैं। लोग तब भी जागरूक थे और अब भी जागरूक. लेकिन उनकी भावनाओं का इस्तेमाल राजनीतिक उद्देश्यों के लिए किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि धर्म और जाति के नाम पर लोगों का ध्यान भटकाया जा रहा है जिससे वे बुनियादी मुद्दों पर सवाल न पूछें। उन्होंने कहा कि यह एक राजनीतिक साजिश है.
भारतीय जनता पार्टी पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा,''केंद्र में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार ने हाल ही में जी20 शिखर सम्मेलन आयोजित किया. यह अच्छा है क्योंकि ऐसे आयोजन से देश का गौरव बढ़ता है. देश में यशोभूमि पर 27000 करोड़ रुपये खर्च किए गए, नए संसद भवन पर 20,000 करोड़ रुपये खर्च किए गए और उन्होंने (पीएम) आठ—आठ हजार करोड़ रुपये के दो विमान खरीदे। वह इसका जवाब नहीं देते कि सड़कें खराब क्यों हैं, रोजगार क्यों नहीं है और महंगाई क्यों बढ़ रही है.''
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री यह भी जवाब नहीं देते कि देश में किसान प्रति दिन 27 रुपये क्यों कमा रहे हैं, और उनके उद्योगपति मित्र प्रति दिन 1,600 करोड़ रुपये कमा रहे हैं.
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