देश की खबरें | भारत, इटली के लोगों को एक-दूसरे के बारे में और अधिक जानना चाहिए: पीटीआई के सीईओ विजय जोशी

Get Latest हिन्दी समाचार, Breaking News on India at LatestLY हिन्दी. प्रेस ट्रस्ट ऑफ इंडिया के मुख्य कार्यकारी अधिकारी एवं प्रधान संपादक विजय जोशी ने शुक्रवार को कहा कि भारत और इटली के बीच काफी समानताएं है तथा दोनों देशों के लोगों को एक-दूसरे के बारे में और अधिक जानना चाहिए।

मुंबई, 29 नवंबर प्रेस ट्रस्ट ऑफ इंडिया के मुख्य कार्यकारी अधिकारी एवं प्रधान संपादक विजय जोशी ने शुक्रवार को कहा कि भारत और इटली के बीच काफी समानताएं है तथा दोनों देशों के लोगों को एक-दूसरे के बारे में और अधिक जानना चाहिए।

यहां ‘विल्लाजियो इटालिया’ प्रदर्शनी के उद्घाटन के बाद जोशी ने कहा कि वह इटली के बहुत बड़े प्रशंसक हैं और किसी अन्य यूरोपीय शहर की तुलना में रोम कहीं अधिक बार गए हैं।

इतालवी नौसेना के प्रशिक्षण जहाज ‘अमेरिगो वेस्पुची’ के पांच दिवसीय ठहराव के समय यह प्रदर्शनी आयोजित की जा रही है।

जोशी ने कहा, ‘‘मैं असल में चाहता हूं कि भारतीय नागरिक इटली के बारे में और अधिक जानें तथा इटली के लोग भारत के बारे में और अधिक जानें। दोनों देशों के बीच बहुत कुछ समानताएं है।

उन्होंने कहा, ‘‘इटली के लोग भी पारिवारिक संबंधों को काफी महत्व देते हैं, जैसा कि भारत में हम (महत्व) देते हैं।’’

जोशी, मुंबई में आयोजित कार्यक्रमों की श्रृंखला के तहत इटली की शीर्ष समाचार एजेंसी ‘एएनएसए’ द्वारा संचालित एक परिचर्चा में बोल रहे थे।

उन्होंने कहा कि इटली से उनका नाता बचपन से है, जब उनके पिता के पास इतालवी कंपनी ‘लैंब्रेटा’ का स्कूटर था।

जोशी ने एक और प्रतिष्ठित इतालवी ब्रांड को याद करते हुए कहा, ‘‘मुझे हमेशा ही वेस्पा की आकांक्षा रही थी।’’

उन्होंने कार के एक इतालवी ब्रांड के बारे में कहा, ‘‘जब मैं बड़ा हुआ, तो मेरी आकांक्षा अल्फा रोमियो की हो गई।’’

उन्होंने कहा कि इस बात को जाने बिना ही भारत के लोग, जूलियस सीजर, कोलंबस और मर्चेंट ऑफ वेनिस जैसे इतालवी पहलुओं से प्रभावित हुए हैं।

परिचर्चा में, टीईएचए समूह के वरिष्ठ भागीदार लॉरेंजो तवाजी ने कहा कि इतालवी कंपनियों ने भारत में 6.5 अरब अमेरिकी डॉलर का निवेश किया है, जो इस यूरोपीय देश (इटली) द्वारा दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती प्रमुख अर्थव्यवस्था को दिये गए महत्व को दर्शाता है। साथ ही, उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि यहां विकास के लिए बहुत सारे अवसर हैं।

उन्होंने कहा कि इटली क्रमशः टिकाऊ प्रौद्योगिकियों और हाई-स्पीड रेल में अपनी विशेषज्ञता के साथ हरित ऊर्जा की ओर बढ़ने और परिवहन के क्षेत्र में भारत की आकांक्षाओं को पूरा करने में मदद कर सकता है।

एसडीए बोकोनी एशिया सेंटर के एलेसेंड्रो गिउलिआनी ने कहा कि खान-पान के मामले में समानता के मद्देनजर, जिसमें दोनों देशों की पाक कला विधि मसालों के उपयोग पर केंद्रित है, यदि भारतीय छात्र इटली में अध्ययन करने जाते हैं, तो उन्हें घर जैसा महसूस होगा।

उन्होंने कहा कि शिक्षा सेवाओं पर केंद्रित कंपनी एक दशक से अधिक समय से भारत में भारतीय छात्रों को प्रशिक्षण दे रही है और इतालवी कंपनियां उन्हें नौकरियां दे रही हैं।

उन्होंने कहा कि शैक्षिक संबंध द्विपक्षीय संबंधों के लिए बहुत महत्वपूर्ण हैं, जबकि भारत तकनीकी कौशल के क्षेत्र में एक अग्रणी देश है, लेकिन ‘‘सॉफ्ट स्किल’’में उसे और अधिक सीखने की जरूरत है।

‘सॉफ्ट स्किल’ अंतर-व्यैक्तिक कौशल होते हैं] जो किसी व्यक्ति की अन्य से संवाद करने की क्षमता को दर्शाते हैं।

इसी कार्यक्रम के तहत एएनएसए द्वारा आयोजित एक अन्य परिचर्चा में डिजाइनर कुलसुम शादाब वहाब ने कहा कि मिलान में काम करने के दौरान उनके साथ काफी गर्मजोशी भरा व्यवहार किया गया।

उन्होंने कहा कि मुंबई में ‘अमेरिगो वेस्पुची’ का बंदरगाह पर पहुंचना महज एक जहाज का आगमन नहीं है, बल्कि इसे एकजुटता के नजरिये से देखा जाना चाहिए।

इतालवी अभिनेत्री जियार्जियो एंड्रियानी ने कहा कि दोनों देशों में सबसे बड़ी समानता भोजन और फिल्मों के प्रति साझा प्रेम है। एंड्रियानी ने कुछ बॉलीवुड परियोजनाओं में काम किया है।

इतालवी डीजे ओली एस्से ने कहा कि उन्होंने अरुणाचल प्रदेश और नगालैंड जैसे पूर्वोत्तर राज्यों सहित भारत में व्यापक यात्रा की है। उन्होंने कहा कि भारत में लोग इटली के बारे में जानने को बहुत उत्सुक हैं और यही उत्सुकता कई लोगों को इस यूरोपीय देश की यात्रा करने के लिए प्रेरित करती है।

दोनों परिचर्चाओं में शामिल हुए अन्य व्यक्तियों में इटली के बोकोनी विश्वविद्यालय में पूर्व भारतीय छात्र किमाया रोहित कुमार, यूट्यूबर गिउलिया राफेलो और डिजाइनर ध्रुव कपूर हैं।

शुक्रवार शाम इंदिरा डॉक पर उद्घाटन समारोह के बाद जहाज और प्रदर्शनी को आम लोगों के लिए खोल दिया गया, जिसके बाद इतालवी संगीतकार जियाकोमो पुचिनी को श्रद्धांजलि देने के लिए एक संगीत कार्यक्रम का आयोजन किया गया।

‘विल्लाजियो इटालिया’ के आयोजक एवं इटली के रक्षा मंत्रालय के स्वामित्व वाली कंपनी डिफेसा सेर्विजी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी लुका आंद्रेओली ने कहा, ‘‘यह जहाज विभिन्न संस्कृतियों, हमारी संस्कृतियों, आपकी संस्कृतियों, उन सभी लोगों के बीच एक सेतु है, जिनसे हम इतालवी तरीके से काम करने के बीच एक संबंध स्थापित करने की अपनी यात्रा में मिलते रहे हैं। यह शांति और एकजुटता का संदेश भी देता है।’’

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