कोलकाता, नौ दिसंबर कोल इंडिया लिमिटेड (सीआईएल) ने बृहस्पतिवार को कहा कि मार्च 2022 तक बिजली के उत्पादन के लिए कोयले की कोई कमी नहीं है।
सार्वजानिक क्षेत्र की कंपनी चालू वित्त वर्ष के अंत तक लगभग सात करोड़ टन के स्टॉक को सुरक्षित करने के लिए उत्पादन में तेजी लाने पर ध्यान केंद्रित कर रही है।
एक अधिकारी ने बताया कि करीब दस करोड़ टन के पिछले वित्त वर्ष केऋ स्टॉक से कुछ महीने पहले कोयले की मांग बढ़ने पर आवश्यकताओं को पूरा करने में मदद मिली।
कोल इंडिया के चेयरमैन प्रमोद अग्रवाल ने बंगाल चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री के ‘ऑनलाइन’ कार्यक्रम में कहा, "हमें बिजली उत्पादक संयंत्रों को आपूर्ति के लिए मार्च 2022 तक कोयले के लिए कोई कमी नहीं दिख रही है।"
उन्होंने कहा, "हम उत्पादन में तेजी ला रहे हैं ताकि साल के अंत तक सात करोड़ टन के स्टॉक स्तर को प्राप्त करने के लिए लगभग चार करोड़ टन कोयला और जोड़ सके।"'
अग्रवाल ने कहा कि पिछली तिमाही में कोयला का 'उच्च' उत्पादन देखा गया। सेंट्रल कोलफील्ड्स लिमिटेड और भारत कोकिंग कोल लिमिटेड के उत्पादन से संबंधित मुद्दों का भी समाधान हो रहा है।
सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनी ने चालू वित्त वर्ष की जुलाई-सितंबर तिमाही में 12.583 करोड़ टन कोयले का उत्पादन किया जो एक साल पहले इसी अवधि में 11.498 करोड़ टन था।
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