बाराबंकी (उप्र), 8 नवंबर : जिले की पुलिस ने कथित तौर पर झाड़-फूंक के जरिए इलाज के नाम पर लोगों को ईसाई धर्म अपनाने के लिए मजबूर करने के आरोप में बृहस्पतिवार को नौ लोगों को गिरफ्तार किया गया. पुलिस ने यह जानकारी दी. पुलिस ने दावा किया कि गौतमन पुरवा गांव में एक दलित परिवार के सदस्यों को पिछले कुछ माह से बाइबल पढ़कर ईसाई धर्म अपनाने के लिए मजबूर किया जा रहा था.
सहायक पुलिस अधीक्षक अखिलेश नारायण ने बताया कि पुलिस को सूचना मिली थी कि कुछ लोग कथित तौर पर इलाके में अवैध धर्मांतरण गतिविधियों में संलिप्त हैं. पुलिस के एक अधिकारी ने कहा, ‘‘गांव पहुंचने पर पता चला कि मुन्नी लाल रावत के घर पर प्रार्थना सभा हो रही थी. सभा में शामिल कुछ लोग कथित तौर पर स्थानीय लोगों को ईसाई धर्म अपनाने के लिए मजबूर करने की कोशिश कर रहे थे.’’ यह भी पढ़ें : Aurangabad Road Accident: औरंगाबाद में छठ व्रतियों से भरा ऑटो कुए में गिरा, एक की मौत, 6 लोग गंभीर रूप से घायल
अधिकारी ने बताया कि परशुराम, गोकर्ण, मुन्नीलाल, मंजू, बबलू, विद्यावती और शिवांशी समेत दो और लोगों को गिरफ्तार किया गया. उन्होंने बताया कि मौके से बाइबल और अन्य धार्मिक साहित्य, संगीत वाद्ययंत्र, मिठाइयां और बच्चों के लिए उपहार जब्त किए गए. पुलिस ने दावा किया कि ये लोग झाड़-फूंक के जरिए इलाज करने के नाम पर ग्रामीणों को ईसाई धर्म में परिवर्तित करने का प्रयास कर रहे थे. उसने बताया कि आरोपियों के खिलाफ उत्तर प्रदेश विधि विरुद्ध धर्म संपरिवर्तन प्रतिषेध अधिनियम के तहत कानूनी कार्रवाई की गई है.