विदेश की खबरें | वार्ताकार प्लास्टिक प्रदूषण संधि पर सहमति बनाने के और करीब पहुंचे
श्रीलंका के प्रधानमंत्री दिनेश गुणवर्धने

वार्ता का सबसे विवादास्पद मुद्दा यह है कि क्या प्लास्टिक के उत्पादन की सीमा तय की जाए। बृहस्पतिवार को पनामा ने प्लास्टिक उत्पादन के समाधान के लिए संधि के वास्ते एक मसौदे का प्रस्ताव किया।

पनामा के प्रतिनिधिमंडल के प्रमुख जुआन कारलोस मोंटेरी ने कहा कि संधि के वास्ते आम सहमति बनाने के लिए यह प्रस्ताव लाया गया है और इसमें उत्पादन की सीमा शामिल नहीं की गई है।

पनामा के प्रस्ताव को 100 से अधिक देशों का समर्थन मिला है। वहीं, कुछ प्लास्टिक उत्पादक और सऊदी अरब सहित तेल एवं गैस उत्पादक देशों ने प्लास्टिक उत्पादन को संधि में शामिल किये जाने का विरोध किया।

रूस के प्रतिनधिमंडल ने कहा कि यदि विश्व इस संधि को लेकर गंभीर है तो वार्ताकारों को सभी प्रतिनिमंडल के लिए स्वीकार्य प्रावधानों पर ध्यान देना चाहिए।

शुक्रवार दोपहर, समिति के अध्यक्ष एवं इक्वाडोर के लुइस वयास वल्दीवेसो ने मसौदा संधि दस्तावेज के साथ एक पत्र जारी किया जिसमें इस हफ्ते वार्ताकारों द्वारा व्यक्त किये गए विचारों को शामिल किया गया है। प्लास्टिक उत्पादन पर संधि के मसौदे का प्रस्ताव पनामा ने किया है।

मोटेरी ने कहा, ‘‘यह प्रदर्शित करता है कि आम सहमति अब भी संभव है।’’

आर्थिक सहयोग एवं विकास संगठन (ओईसीडी) के अनुसार, नीतियों में बदलाव नहीं किये जाने की स्थिति में प्लास्टिक का वैश्विक उत्पादन 2040 तक बढ़ कर 73.6 करोड़ टन पहुंचने की संभावना है।

प्लास्टिक उत्पादन को सीमित करने के मुद्दे पर सोमवार को वार्ता शुरू हुई थी। बैठकों का दौर रविवार को या सोमवार सुबह समाप्त हो जाएगा।

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