कोरोना के खिलाफ अभियान के साथ अर्थव्यवस्था को भी अहमियत देने की जरूरत : मोदी

मोदी ने कोरोना के संक्रमण की मौजूदा स्थिति और संक्रमण पर नियंत्रण के लिये लागू किये गये 40 दिन के लॉकडाउन से देश को चरणबद्ध तरीके से बाहर लाने के उपायों पर सोमवार को राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ वीडियो कांफ्रेंसिंग बैठक में यह बात कही। सरकार की ओर से जारी बयान के अनुसार बैठक में मोदी ने राज्यों के मुख्यमंत्रियों से कहा, ‘‘हमें कोविड-19 के खिलाफ लड़ाई के साथ अर्थव्यवस्था को भी समान रूप से अहमियत देने की जरूरत है।’’

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नयी दिल्ली, 27 अप्रैल प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सोमवार को कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिये चलाये जा रहे देशव्यापी अभियान को जारी रखने के साथ, देश की अर्थव्यवस्था को सुदृढ़ बनाने पर भी समान रूप से ध्यान देने की जरूरत पर बल दिया।

मोदी ने कोरोना के संक्रमण की मौजूदा स्थिति और संक्रमण पर नियंत्रण के लिये लागू किये गये 40 दिन के लॉकडाउन से देश को चरणबद्ध तरीके से बाहर लाने के उपायों पर सोमवार को राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ वीडियो कांफ्रेंसिंग बैठक में यह बात कही। सरकार की ओर से जारी बयान के अनुसार बैठक में मोदी ने राज्यों के मुख्यमंत्रियों से कहा, ‘‘हमें कोविड-19 के खिलाफ लड़ाई के साथ अर्थव्यवस्था को भी समान रूप से अहमियत देने की जरूरत है।’’

प्रधानमंत्री ने कोरोना संक्रमण रोकने की दिशा में लॉकडाउन को सार्थक उपाय बताते हुये कहा कि इसके सकारात्मक परिणाम मिले हैं और पिछले, लगभग डेढ़ महीने में लॉकडाउन के दौरान देश में हजारों लोगों के जीवन की रक्षा की जा सकी है।

उल्लेखनीय है कि प्रधानमंत्री मोदी ने कोरोना संक्रमण को रोकने के लिये 25 मार्च को घोषित किये गये लॉकडाउन के प्रभाव की समीक्षा के लिये सोमवार को सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये बैठक की। बैठक में 14 अप्रैल से तीन मई तक के लिये जारी लॉकडाउन के दूसरे चरण में संक्रमण की स्थिति और चरणबद्ध तरीके से लॉकडाउन हटाने के उपायों पर चर्चा हुयी।

बैठक में मोदी ने मुख्यमंत्रियों से कहा कि कोविड-19 का जीवन के विभिन्न पहलुओं पर प्रभाव आने वाले महीनों में दिखेगा। उन्होंने कहा कि इससे बचने के लिये इस्तेमाल हो रहे मास्क और चेहरा ढकने वाला गमछा आदि अब जीवन का हिस्सा बन जायेंगे।

उन्होंने मुख्यमंत्रियों से कहा कि कोरोना संकट से निपटने के लिये राज्यों के प्रयास, संक्रमण से प्रभावित रेड जोन इलाकों को कम प्रभाव वाले ऑरेंज जोन में और फिर संक्रमण मुक्त ग्रीन जोन में तब्दील करने पर केन्द्रित होने चाहिये।

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