गुवाहाटी, 23 नवंबर भाजपा और उसके सहयोगी दल असम गण परिषद (अगप) और यूनाइटेड पीपुल्स पार्टी लिबरल (यूपीपीएल) ने असम में उपचुनावों में सभी पांचों सीट पर जीत हासिल की है।
भाजपा के निहार रंजन दास ने धोलाई (सुरक्षित) निर्वाचन क्षेत्र में 9,098 वोटों के अंतर से जीत हासिल की, उन्होंने अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी कांग्रेस के ध्रुबज्योति पुरकायस्थ को हराया। दास को 69,945 वोट मिले जबकि कांग्रेस उम्मीदवार को 60,847 वोट मिले।
सामगुरी सीट पर भाजपा के दिप्लू रंजन शर्मा ने कांग्रेस प्रत्याशी तंजील हुसैन को 24501 मतों के अंतर से हराया।
यह सीट तंजील के पिता रकीबुल हसन के धुबरी से लोकसभा के लिए 10 लाख से अधिक मतों के रिकॉर्ड अंतर से निर्वाचित होने के बाद रिक्त हो गई थी।
बोंगाईगांव में असम गण परिषद (अगप) उम्मीदवार दीप्तिमयी चौधरी ने अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी ब्रजेनजीत सिंघा को 35164 मतों के अंतर से हराकर जीत दर्ज की। राज्य के सबसे लंबे समय तक विधायक रहे फणी भूषण चौधरी की पत्नी दीप्तिमयी ने कहा, “मैं अपने निर्वाचन क्षेत्र के विकास के लिए पारदर्शिता के साथ काम करने के लिए प्रतिबद्ध हूं। अगर मैं सही मानसिकता के साथ लोगों की सेवा करूंगी, तो लोग मेरे प्रयासों का समर्थन करेंगे।”
चौधरी 1985 से बोंगाईगांव का प्रतिनिधित्व कर रहे थे और इस साल लोकसभा के लिए चुने गए हैं।
यूपीपीएल उम्मीदवार निर्मल कुमार ब्रह्मा ने सिदली (सुरक्षित) निर्वाचन क्षेत्र में अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी बोडोलैंड पीपुल्स फ्रंट (बीपीएफ) के शुद्धो कुमार बसुमतारी को 37,016 मतों के अंतर से हराया। इससे पहले यह सीट यूपीपीएल के जयंत बसुमतारी के पास थी, जो इस साल की शुरुआत में लोकसभा के लिए चुने गए थे।
ब्रह्मा ने कहा कि यह जीत बोडोलैंड क्षेत्र में स्थायी शांति के लिए लोगों की इच्छा का प्रमाण है, जिसे वर्तमान शासन के तहत हासिल किया गया है। ब्रह्मा ने कहा, “आखिरकार हमारे क्षेत्र में शांति लौट आई है और लोग चाहते हैं कि यह शांति बनी रहे। इसीलिए लोगों ने हमें वोट दिया।”
बेहाली में भाजपा ने सीट बरकरार रखी, जहां दिगंत घाटोवाल को 50,947 मत मिले, जबकि कांग्रेस के जयंत बोरा को 41,896 मत मिले।
घाटोवाल ने जीत के बाद कहा, “लोग जानते हैं कि सरकार सभी का समान विकास सुनिश्चित करने के लिए कैसे काम कर रही है। और यह विश्वास वोटों के रूप में प्रकट होता है।”
इस निर्वाचन क्षेत्र से चार उम्मीदवार चुनाव मैदान में थे, जिनमें भाकपा (माले)-एल के लखीकांत कुर्मी और आम आदमी पार्टी (आप) के अनंत गोगोई शामिल हैं लेकिन दोनों की जमानत जब्त हो गई।
इससे पहले यह सीट रंजीत दत्ता के पास थी जो बाद में तेजपुर संसदीय सीट से लोकसभा के लिए चुने गए।
पांच विधानसभा क्षेत्रों में उपचुनाव कराया गया था क्योंकि ये सीट इस साल की शुरुआत में विधायकों के लोकसभा के लिए चुने जाने के बाद रिक्त हुई थीं।
भाजपा ने तीन सीटों पर उम्मीदवार उतारे थे जबकि सहयोगी अगप और यूपीपीएल ने एक-एक सीट पर उम्मीदवार खड़े किये थे।
कांग्रेस ने उपचुनाव में सभी पांचों सीटों पर उम्मीदवार उतारे थे।
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