नयी दिल्ली, 30 मई : प्रवर्तन निदेशालय ने बृहस्पतिवार को कहा कि उसने धन शोधन की जांच के तहत नोएडा के लोकप्रिय जीआईपी मॉल सहित अन्य स्थलों पर मनोरंजन सेवाएं प्रदान करने वाली एक कंपनी की 290 करोड़ रुपये से अधिक की संपत्ति जब्त की है. एजेंसी ने एक बयान में कहा कि इंटरनेशनल एम्यूजमेंट लिमिटेड कंपनी पर आरोप है कि उसने गुरुग्राम के सेक्टर 29 और 52-ए में दुकानों/अन्य जगह के आवंटन का वादा करके लगभग 1,500 निवेशकों से 400 करोड़ रुपये से अधिक इकट्ठा किया है.
इंटरनेशनल एम्यूजमेंट लिमिटेड, इंटरनेशनल रिक्रिएशन एंड एम्यूजमेंट लिमिटेड (आईआरएएल) की होल्डिंग कंपनी है. हालांकि, उक्त इकाई परियोजना को पूरा करने में "विफल" रही और समय-सीमा खत्म हो गई. उसने आरोप लगाया कि निवेशकों को मासिक सुनिश्चित रिटर्न (लाभ) का भुगतान नहीं किया गया. बयान में कहा गया कि कंपनी ने "निवेशकों के पैसे हड़प लिए और संबंधित व्यक्तियों/संस्थाओं के पास धन को जमा कर दिया जिसका इस्तेमाल निजी लाभ के लिए किया गया." यह भी पढ़ें : चेन्नई के अंतरिक्ष स्टार्ट-अप ‘अग्निकुल’ ने अग्निबाण रॉकेट का उप-कक्षीय परीक्षण सफलतापूर्वक किया
इंटरनेशनल एम्यूजमेंट लिमिटेड की 291.18 करोड़ रुपये की संपत्ति एंटरटेनमेंट सिटी लिमिटेड में ग्रेट इंडिया प्लेस मॉल (जीआईपी) नोएडा में 3,93,737.28 वर्ग फुट के बिना बिके वाणिज्यिक स्थान के रूप में है और एडवेंचर आइलैंड लिमिटेड, रोहिणी के नाम पर 45,966 वर्ग फुट का व्यावसायिक प्लॉट और जयपुर के दौलतपुर गांव तहसील में इंटरनेशनल एम्यूजमेंट एंड इंफ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड के नाम पर 218 एकड़ भूमि पर पट्टा अधिकार अनंतिम रूप से कुर्क किया गया है. यह आदेश 28 मई को धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) के प्रावधानों के तहत जारी किया गया.