इस्लामाबाद, 2 अक्टूबर: पाकिस्तान (Pakistan) में इलेक्ट्रॉनिक मीडिया की निगरानी करने वाली संस्था ने भगोड़ों और घोषित अपराधियों के भाषण, साक्षात्कार या संबोधनों के प्रसारण और पुन: प्रसारण पर रोक लगा दी है. यह कदम लंदन में निर्वासन में रह रहे बीमार पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ द्वारा शक्तिशाली पाकिस्तानी सेना (Pakistan Army) को निशाना बनाते हुए दिए गए तीखे भाषण के बाद उठाया गया है. पाकिस्तान इलेक्ट्रॉनिक मीडिया नियामक प्राधिकरण (पेमरा) ने यह आदेश 70 वर्षीय शरीफ द्वारा पाकिस्तानी सेना को लगातार निशाना बनाने की घटनाओं को संज्ञान में लेते हुए दिया है.
शरीफ ने सेना पर नवीनतम हमला बृहस्पतिवार को टेलीविजन पर प्रसारित भाषण में किया जिसमें उन्होंने कहा कि मौजूदा प्रधानमंत्री को सत्ता में लाने के लिए सेना ने 2018 में हुए चुनाव में धांधली की. मीडिया की निगरानी करने वाली संस्था ने शरीफ का साफ तौर पर संदर्भ देते हुए बृहस्पतिवार को जारी बयान में कहा, "पेमरा को भगोड़े और घोषित अपराधी के भाषण को प्रसारित करने के लिए कई चैनलों के खिलाफ शिकायत मिली है. भगोड़े और घोषित अपराधियों के भाषण, साक्षात्कार और जन सभा का प्रसारण और पुन: प्रसारण करने पर रोक है."
यह भी पढ़ें : इस्लामाबाद: पाकिस्तान के PM इमरान खान ने राष्ट्रीय आपातकालीन हेल्पलाइन स्थापित करने का दिया आदेश
निगरानी संस्था ने इस आदेश पर अमल करने में असफल होने पर कार्रवाई की भी चेतावनी दी है. संस्था ने चेतावनी देते हुए कहा, "अगर लाइसेंसधारक इन निर्देशों का अनुपालन नहीं करते हैं तो प्राधिकरण पेमरा अध्यादेश की धारा-29 और 30 के तहत कार्रवाई करेगा जिसका नतीजा जुर्माना और लाइसेंस के स्थगित करने या लाइसेंस रद्द करना हो सकता है."
(यह सिंडिकेटेड न्यूज़ फीड से अनएडिटेड और ऑटो-जेनरेटेड स्टोरी है, ऐसी संभावना है कि लेटेस्टली स्टाफ द्वारा इसमें कोई बदलाव या एडिट नहीं किया गया है)