मुंबई, 20 फरवरी ब्याज दरों में और बढ़ोतरी की आशंका के बीच प्रमुख शेयर सूचकांक सोमवार को शुरुआती बढ़त को कायम नहीं रख पाए और लगातार दूसरे कारोबारी सत्र में गिरावट के साथ बंद हुए।
तेल तथा गैस और बैंकिंग शेयरों में गिरावट के चलते बाजार ने अपनी शुरुआती बढ़त गंवा दी और सेंसेक्स तथा निफ्टी करीब आधा प्रतिशत टूटकर बंद हुए।
इस दौरान बीएसई सेंसेक्स 311.03 अंक या 0.51 प्रतिशत की कमजोरी के साथ 60,691.54 पर बंद हुआ। सेंसेक्स 61,112.84 पर खुला और दिन के कारोबार में लगभग 290 अंक चढ़कर 61,290.19 अंक पर पहुंचा।
हालांकि, सेंसेक्स के प्रमुख शेयरों रिलायंस इंडस्ट्रीज, एचडीएफसी, एचडीएफसी बैंक, आईसीआईसीआई बैंक, मारुति और कोटक बैंक में बिकवाली ने इसे 60,607.02 के निचले स्तर तक ला दिया।
इसी तरह नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 99.60 अंक या 0.56 प्रतिशत गिरकर 17,844.60 अंक पर बंद हुआ। निफ्टी के 30 शेयरों में गिरावट हुई, जबकि 20 शेयर बढ़े।
सेंसेक्स के शेयरों में मारुति, एचडीएफसी, कोटक महिंद्रा बैंक, एक्सिस बैंक, बजाज फाइनेंस, रिलायंस इंडस्ट्रीज, नेस्ले और आईसीआईसीआई बैंक प्रमुख रूप से टूटे।
दूसरी ओर अल्ट्राटेक सीमेंट, टेक महिंद्रा, पावर ग्रिड, इन्फोसिस, टाटा मोटर्स, एचसीएल टेक्नोलॉजीज, महिंद्रा एंड महिंद्रा और भारती एयरटेल में बढ़त हुई।
जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा, ‘‘बुधवार को अमेरिकी फेडरल रिजर्व की बैठक का ब्योरा जारी होने वाला है। इससे पहले शेयरों में गिरावट आ रही है। मुद्रास्फीति के खिलाफ लड़ाई के बीच फेडरल रिजर्व के सख्त बने रहने का अनुमान है। हालांकि, वैश्विक शेयर बाजारों पर इसका गंभीर असर होने की उम्मीद नहीं है।''
उन्होंने कहा कि लगातार ऊंची ब्याज दरों के कारण मांग और आय परिदृश्य में मंदी आ रही है, इसलिए निकट भविष्य में सतर्क रहना होगा।
एशियाई बाजारों में जापान का निक्की, दक्षिण कोरिया का कॉस्पी और हांगकांग का हैंगसेंग और चीन का शंघाई कंपोजिट बढ़त के साथ बंद हुए।
यूरोपीय बाजार दोपहर के सत्र में गिरावट के साथ कारोबार कर रहे थे। अमेरिकी बाजार शुक्रवार को मिलेजुले रुख के साथ बंद हुए।
अंतरराष्ट्रीय तेल मानक ब्रेंट क्रूड 0.95 प्रतिशत चढ़कर 83.79 डॉलर प्रति बैरल के भाव पर था।
शेयर बाजार के आंकड़ों के मुताबिक, विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (एफपीआई) ने शुक्रवार को शुद्ध रूप से 624.61 करोड़ रुपये के शेयर बेचे।
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