जरुरी जानकारी | महिंद्रा कच्चे माल की लागत बढ़ने के साथ कर रही है विकल्पों का आकलन

नयी दिल्ली, नौ मई घरेलू वाहन कंपनी महिंद्रा एंड महिंद्रा हाल में जिंसों खासकर स्टील के दाम में तेजी पर नजर रख रही है। कंपनी अपने कारोबार के हितों की रक्षा के लिये कोई कदम उठाने से पहले यह देखेगी कि चीजें कहां जाकर रूकती है। कंपनी के एक शीर्ष अधिकारी ने यह कहा।

पिछले कुछ दिनो में इस्पात बनाने वाली घरेलू कंपनियों ने ‘हॉट रोल्ड कॉयल’ (एचआरसी) और ‘कोल्ड रोल्ड कॉयल’ (सीएआरसी) के दाम क्रमश: 4,000 रुपये और 4,500 रुपये प्रति टन की वृद्धि की है।

एचआरसी और सीआरसी ‘फ्लैट’ इस्पात हैं, जिसका उपयोग वाहन, उपकरणों और निर्माण क्षेत्रों में होता है।

कीमत में वृद्धि के बाद एचआरसी की लगत 67,000 टन जबकि सीआरसी की 80,000 टन बैठेगी ।

सूत्रों के अनुसार एचआरसी तथा सीआरसी के दाम में मई के मध्य या जून की शुरूआत में 2,000 से 4,000 रुपये प्रति टन की और वृद्धि की जा सकती है।

कच्चे माल की लागत में वृद्धि की भरपाई के लिये टाटा मोटर्स और मारुति सुजुकी इंडिया पहले ही कीमत वृद्धि की घोषणा कर चुकी हैं।

इस बारे में पूछे जाने पर महिंद्रा एंड महिंद्रा के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (वाहन इकाई) विजय नाकरा ने पीटीआई- से कहा कि वाहन कंपनियां लागत को प्रबंधित करने के लिये कई कदम उठाती हैं।

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