नयी दिल्ली, 29 नवंबर रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बुधवार को बताया कि कोंकण रेलवे कॉर्पोरेशन लिमिटेड का बुनियादी ढांचा 25 साल से अधिक पुराना हो गया है, जिसके लिए यातायात की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिहाज से पूंजीगत परिसंपत्तियों के बड़े नवीनीकरण की आवश्यकता है।
लोकसभा में एक प्रश्न के लिखित उत्तर में वैष्णव ने कहा कि बुनियादी ढांचे के प्रतिस्थापन के लिए बड़े पूंजीगत व्यय की आवश्यकता है और केआरसीएल के पांच शेयरधारकों - रेल मंत्रालय, महाराष्ट्र सरकार, कर्नाटक सरकार, गोवा सरकार और केरल सरकार से रेल मंत्रालय ने पूंजीगत व्यय में योगदान देने या मंत्रालय के पक्ष में अपना हिस्सा छोड़ने के लिए संपर्क किया है। मंत्री ने भाजपा सांसद कोटा श्रीनिवास पुजारी द्वारा उठाए गए सवालों का जवाब दिया, जिन्होंने कोंकण रेलवे के विलय के संबंध में प्रश्न पूछा था।
वैष्णव ने कहा, ‘‘कोंकण रेलवे कॉर्पोरेशन लिमिटेड (केआरसीएल) में पांच शेयरधारक हैं, जिनमें रेल मंत्रालय, महाराष्ट्र सरकार, कर्नाटक सरकार, गोवा सरकार और केरल सरकार शामिल हैं।’’
उन्होंने कहा, ‘‘केआरसीएल का बुनियादी ढांचा 25 साल से अधिक पुराना हो गया है, जिसके लिए सुरंगों के दोहरीकरण सहित यातायात की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए पूंजीगत परिसंपत्तियों के बड़े नवीनीकरण/प्रतिस्थापन की आवश्यकता है। इसके लिए बड़े पूंजीगत व्यय की आवश्यकता है।’’
वैष्णव के अनुसार, पूंजीगत व्यय को पूरा करने के लिए, रेल मंत्रालय ने उपरोक्त सभी शेयरधारक राज्य सरकारों से केआरसीएल में अपने हिस्से के अनुसार पूंजीगत व्यय के लिए योगदान देने या रेल मंत्रालय के पक्ष में अपना हिस्सा छोड़ने के लिए संपर्क किया है।
उन्होंने कहा, ‘‘केवल गोवा सरकार ने अपना हिस्सा छोड़ने की इच्छा व्यक्त की है।’’
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