बेंगलुरु, 3 दिसंबर कर्नाटक सरकार ने चिकित्सकों और स्वास्थ्य कर्मियों के खिलाफ हिंसा और यौन उत्पीड़न की घटनाओं से निपटने के लिए जिला कार्यबल का गठन करने का फैसला किया है। अधिकारियों ने मंगलवार को यह जानकारी दी।
उन्होंने बताया कि सोमवार को मुख्य सचिव शालिनी रजनीश की अध्यक्षता में राज्य कार्यबल की पहली बैठक के दौरान यह निर्णय लिया गया।
अधिकारियों ने बताया कि बैठक के दौरान मुख्य सचिव ने अधिकारियों को जिला कार्य बल बनाने, ऐसी घटनाओं से तुरंत निपटने के लिए नियमित बैठकें आयोजित करने और सरकार को विस्तृत रिपोर्ट सौंपने का निर्देश दिया।
चिकित्सा शिक्षा विभाग के निदेशक को डॉक्टरों और स्वास्थ्य कर्मियों के खिलाफ हिंसा और यौन उत्पीड़न को रोकने के लिए प्रोटोकॉल और मानक संचालन प्रक्रिया (एसओपी) तैयार करने का काम सौंपा गया है।
एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया, ‘‘ये कार्यबल प्रत्येक जिले में उपायुक्त की अध्यक्षता में स्थापित किए जाएंगे।’’
बैठक में उपस्थित निजी अस्पतालों के प्रतिनिधियों ने चिकित्सकों और पैरामेडिकल स्टाफ की सुरक्षा बढ़ाने के उपायों पर भी चर्चा की।
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