मंगलुरु, 13 अप्रैल : कर्नाटक के ग्रामीण विकास और पंचायती राज (आरडीपीआर) मंत्री के एस ईश्वरप्पा के खिलाफ एक ठेकेदार की मौत को लेकर, आत्महत्या के लिए उकसाने के आरोप में मामला दर्ज किया गया है. पुलिस ने बुधवार को जानकारी दी. पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि ईश्वरप्पा को इस मामले में प्रथम आरोपी बनाया गया है. ठेकेदार संतोष पाटिल उडुपी के एक लॉज में संदिग्ध अवस्था में मृत पाए गए थे. पुलिस ने प्राथमिकी मृतक के भाई प्रशांत पाटिल की शिकायत के आधार पर दर्ज की है. संतोष पाटिल ने मंत्री के खिलाफ रिश्वत मांगने के आरोप लगाए थे.
प्रशांत की ओर से दर्ज प्राथमिकी में, मंत्री ईश्वरप्पा और उनके स्टाफ के दो सदस्यों रमेश और बसवराज को आरोपी बनाया गया है. पुलिस को दी शिकायत में प्रशांत पाटिल ने कहा है कि उनके भाई संतोष पाटिल ने हिंडालगा गांव में चार करोड़ रुपये के काम की एक परियोजना ली और उसमें निवेश किया था. काम का बिल अब तक लंबित था. उन्होंने आरोप लगाया कि संतोष कई बार मंत्री ईश्वरप्पा से मिले थे और उनसे बिल को मंजूरी दे कर धनराशि जारी करने का अनुरोध किया था लेकिन ईश्वरप्पा के करीबी कर्मी बसवराज और रमेश उनसे 40 प्रतिशत कमीशन की मांग कर रहे थे. यह भी पढ़ें : हिमाचल में होने वाले धर्म संसद को रोकें, कपिल सिब्बल की सुप्रीम कोर्ट से मांग
इस बीच, फोरेंसिक टीम ने उस स्थान पर सबूतों की जांच की जहां पाटिल मृत पाए गए थे. गौरतलब है कि, पाटिल की मौत को लेकर मंगलवार को एक बड़ा राजनीतिक विवाद खड़ा हो गया था. कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने इस मुद्दे पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राज्य के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई पर निशाना साधते हुए ईश्वरप्पा को हटाने की मांग की थी