लंदन, 16 अगस्त: मोहम्मद शमी और जसप्रीत बुमराह ने बल्लेबाजी में अपना कौशल दिखाने के बाद इशांत शर्मा के साथ मिलकर इंग्लैंड के शीर्ष क्रम को थर्राकर दूसरे टेस्ट क्रिकेट मैच के पांचवें दिन सोमवार को यहां भारत की जीत की संभावनाएं बरकरार रखी. इंग्लैंड ने 272 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए पांचवें दिन चाय के विश्राम तक चार विकेट पर 67 रन बनाये हैं. वह लक्ष्य से अभी 205 रन पीछे है लेकिन अंतिम सत्र में बचे हुए 36 ओवरों में वह मैच ड्रा कराने की कोशिश करेगा जबकि भारत बाकी बचे छह विकेट निकालने के लिये अपनी जीजान लगाएगा. भारत की जीत की राह में कप्तान जो रूट सबसे बड़ा रोड़ा हैं जो 33 रन बनाकर खेल रहे हैं. उन्होंने पहली पारी में नाबाद 180 रन बनाये थे. जॉनी बेयरस्टॉ (दो) को इशांत शर्मा (छह रन देकर दो विकेट) ने चाय के विश्राम से ठीक पहले पगबाधा आउट किया. शमी और बुमराह ने एक एक विकेट लिया है.
इससे पहले भारत की दूसरी पारी का आकर्षण शमी (70 गेंदों पर नाबाद 56) और बुमराह (64 गेंदों पर नाबाद 34) के बीच नौवें विकेट के लिये 89 रन की अटूट साझेदारी रही. भारत ने दूसरे सत्र में केवल नौ गेंदें खेली तथा इस बीच 12 रन जोड़कर अपनी दूसरी पारी आठ विकेट पर 298 रन पर समाप्त घोषित की. भारत ने अपनी पहली पारी में 364 रन बनाये थे जिसके जवाब में इंग्लैंड ने 391 रन बनाकर 27 रन की बढ़त हासिल की थी. बुमराह और शमी ने इसके बाद नयी गेंद संभाली तथा पहले दो ओवरों में दोनों सलामी बल्लेबाजों को पवेलियन भेजकर भारत को शानदार शुरुआत दिलायी. बुमराह की लेग साइड पर जा रही गेंद रोरी बर्न्स (शून्य) के बल्ले का बाहरी किनारा लेकर हवा में लहरा गयी जिसे मोहम्मद सिराज ने दौड़ लगाकर कैच किया.
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शमी ने अगले ओवर में डॉम सिब्ली (शून्य) को विकेट के पीछे कैच कराया. इंग्लैंड का स्कोर हो गया दो विकेट पर एक रन. शमी जल्द ही भारत को हसीब हमीद का विकेट भी दिला देते लेकिन स्लिप में रोहित शर्मा ने उनका आसान कैच छोड़ दिया. भारत को हालांकि यह गलती बहुत महंगी नहीं पड़ी क्योंकि हमीद केवल नौ रन बना पाये. इशांत ने उन्हें अंदर आती गेंद पर पगबाधा कर दिया. सिराज के अगले ओवर में रूट से बल्ले को चूमकर गेंद ऋषभ पंत के दस्तानों से होते हुए चार रन के लिये पहुंची. बेयरस्टॉ के खिलाफ इशांत की विश्वसनीय अपील अंपायर ने ठुकरा दी थी लेकिन डीआरएस में फैसला भारत के पक्ष में गया. भारत ने सुबह छह विकेट पर 181 रन से आगे खेलना शुरू किया तथा शमी और बुमराह के करिश्माई प्रदर्शन से पहले सत्र में दो विकेट गंवाकर 105 रन जोड़े.
इससे इंग्लैंड की मुश्किलें बढ़ गयी जो सुबह पंत (46 गेंदों पर 22 रन) और इशांत (24 गेंदों पर 16 रन) को जल्दी आउट करने के बाद बेहतर स्थिति में दिख रहा था. भारतीय टीम एक समय आठ विकेट पर 209 रन बनाकर 200 रन की बढ़त हासिल करने की स्थिति में भी नहीं दिख रही थी. शमी और बुमराह ने हालांकि सहजता से बल्लेबाजी की और अपने शॉट से कप्तान विराट कोहली सहित अपने साथी खिलाड़ियों को खासा रोमांचित किया. सबसे महत्वपूर्ण बात यह थी कि वे बिना किसी दबाव के खेले. ऐसे में शमी के फ्लिक और बुमराह के ड्राइव इंग्लैंड के खिलाड़ियों की पेशानी पर बल डाल रहे थे. रूट किस कदर दबाव में थे इसका अंदाजा इससे लगाया जा सकता है कि उन्होंने क्षेत्ररक्षण बिखेर दिया लेकिन इससे भारतीय बल्लेबाजों को ही मदद मिली और उन्होंने आसानी से एक दो रन भी चुराये.
शमी ने धीमी पड़ती पिच पर स्पिनर मोइन अली को निशाने पर रखा. शमी ने इस स्पिनर की लगातार गेंदों पर चौका और मिडविकेट पर 92 मीटर लंबा छक्का जड़कर अपने टेस्ट करियर का दूसरा अर्धशतक पूरा किया. इसके लिये उन्होंने 57 गेंदें खेली. बुमराह ने इसके बाद अपने करियर का पिछला सर्वोच्च स्कोर (28 रन) पार किया. सुबह भारतीय टीम का दारोमदार पंत पर था लेकिन वह ओली रॉबिन्सन की गेंद पर विकेटकीपर जोस बटलर को आसान कैच दे बैठे. उनके साथ कल के दूसरे अविजित बल्लेबाज इशांत को भी रॉबिन्सन ने पगबाधा आउट किया.
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