विदेश की खबरें | भारत ने आतंकी समूहों के बारूदी सुरंगों व आईईडी का उपयोग करने पर चिंता जतायी

(योषिता सिंह)

संयुक्त राष्ट्र, आठ अप्रैल भारत ने बृहस्पतिवार को इस बात को लेकर गहरी चिंता जतायी कि दाएश और अल नुसरा फ्रंट जैसे आतंकी समूह दहशत फैलाने के लिए बारूदी सुरंगों और आईईडी जैसे विस्फोटकों का इस्तेमाल कर रहे हैं। इसके साथ ही भारत ने कहा कि इस प्रकार की युद्ध-रणनीति से प्रभावित देशों को मदद की जरूरत है।

विदेश मंत्रालय में सचिव (पश्चिम) विकास स्वरूप ने 'माइन एक्शन' पर संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की खुली चर्चा को संबोधित करते हुए कहा कि बारूदी सुरंगों से प्रभावित देशों, खासतौर पर संघर्ष की स्थिति वाले देशों, को सहायता की आवश्यकता है।

उन्होंने कहा, ‘‘यह गहरी चिंता का विषय है कि दाएश, हयात ताहिर अल शाम, अल नुसरा फ्रंट जैसे आतंकवादी समूहों ने दहशत फैलाने और मासूम लोगों को डराने के लिए कम लागत और प्रभावी विकल्पों के तौर पर बारूदी सुरंगों और आईईडी का सहारा लिया है।"

उन्होंने कहा कि ऐसी ही प्रवृत्ति माली में देखी जा रही है जहां शांतिरक्षक सैनिकों को आईईडी द्वारा निशाना बनाया गया है।

स्वरूप ने कहा कि इस तरह के उपयोग में वृद्धि हुई है और इस प्रवृत्ति का मुकाबला करने के लिए कड़ी निंदा के साथ ही प्रभावी उपाय करने की आवश्यकता है।

संयुक्त राष्ट्र के शांति अभियानों में अग्रणी भारत ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बारूदी सुरंग हटाने और पुनर्वास प्रयासों के लिए सहायता प्रदान की है।

स्वरूप ने कहा कि हमने ऑस्ट्रेलिया, कंबोडिया, इंडोनेशिया और उज्बेकिस्तान सहित कई सहयोगी देशों के साथ बारूदी सुरंग हटाने और अन्य विस्फोटकों से निपटने का विशेषज्ञ प्रशिक्षण भी लिया है।

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