तिरुवनंतपुरम, 29 नवंबर केरल में वित्त विभाग ने सामाजिक सुरक्षा पेंशन लाभार्थियों के संबंध में एक समीक्षा की है, जिसमें पता चला है कि बीएमडब्ल्यू कारों के मालिक और वातानुकूलित मकानों में रहने वाले लोग पेंशन का लाभ उठा रहे हैं। आधिकारिक सूत्रों ने शुक्रवार को यह जानकारी दी।
केरल में राजपत्रित अधिकारियों और कॉलेज के प्रोफेसरों समेत लगभग 1,500 सरकारी कर्मचारियों के फर्जी तरीके से सामाजिक सुरक्षा पेंशन हासिल करने से संबंधित खबरे आने के बाद व्यापक आक्रोश फैला हुआ है, जिसके बीच यह नया खुलासा हुआ है।
आर्थिक रूप से मजबूत पृष्ठभूमि के लोगों के सामाजिक सुरक्षा पेंशन प्राप्त करने का यह मामला मलप्पुरम जिले के कोट्टक्कल नगर पालिका से सामने आया है।
वित्त विभाग के सूत्रों के अनुसार पूरे राज्य में ऐसा ऑडिट किया जाएगा, जिसका लक्ष्य सभी गैर पात्र व्यक्तियों को लाभार्थी सूची से हटाना है।
इसके अलावा, सभी स्थानीय स्वशासी निकायों को बैंक खातों में पेंशन राशि हासिल करने वाले लाभार्थियों की पात्रता का नियमित मूल्यांकन करने का निर्देश दिया जाएगा।
राज्य के वित्त मंत्री के.एन. बालगोपाल ने कोट्टक्कल मामले पर सख्त रुख अपनाते हुए शुक्रवार को उन अधिकारियों की सतर्कता जांच के आदेश दिए, जिन्होंने कथित तौर पर गरीबों की सामाजिक सुरक्षा पेंशन योजना में ऐसे समृद्ध व्यक्तियों को शामिल किया था।
एक सूत्र ने कहा, “वित्त मंत्री ने पात्रता का सत्यापन करने वाले अधिकारियों, आय प्रमाण पत्र जारी करने वाले राजस्व अधिकारियों और पेंशन को मंजूरी देने वाले व्यक्तियों के खिलाफ सतर्कता जांच की बात कही है। वित्त विभाग ने प्रशासनिक विभागों को तुरंत अनुवर्ती कार्रवाई की रिपोर्ट देने का भी निर्देश दिया है।”
कोट्टक्कल नगर पालिका के 7वें वार्ड में सतर्कता और भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो द्वारी की गई इस जांच से पहले मलप्पुरम वित्त लेखा परीक्षा विभाग ने पेंशन लाभार्थियों की जांच की थी।
सूत्र ने कहा, “42 लाभार्थियों की जांच की गई, जिनमें से 38 अयोग्य पाए गए और एक की मृत्यु हो चुकी है।”
अधिकारियों के अनुसार, ऑडिट में बीएमडब्ल्यू कारों के मालिकों समेत अपात्र व्यक्तियों के पेंशन का लाभ लेने जैसे चौंकाने वाले मामले सामने आए।
एक अधिकारी ने कहा, "कुछ पेंशनभोगी कथित तौर पर एयर कंडीशनर जैसी सुविधाओं वाले घरों में रहते हैं। ऐसे भी उदाहरण मिले, जिनमें सरकारी नौकरी कर चुके पेंशनभोगियों के पति या पत्नी कल्याण पेंशन ले रहे थे।”
ऑडिट में पता चला कि कई अपात्र लाभार्थी 2,000 वर्ग फुट से बड़े मकानों में रह रहे हैं।
वित्त विभाग को एक ही वार्ड की पेंशन सूची में बड़े पैमाने पर अयोग्य लाभार्थियों को शामिल करने के पीछे भ्रष्टाचार और मिलीभगत का संदेह है। परिणामस्वरूप, सरकार ने कोट्टक्कल नगर पालिका में सभी सामाजिक सुरक्षा पेंशन लाभार्थियों की पात्रता की जांच करने का निर्णय लिया।
स्थानीय स्वशासन विभाग को यह मामला सामने आने के बाद नगर पालिका को निर्देश देने के लिए कहा गया है।
इससे पहले, सूचना केरल मिशन द्वारा किए गए निरीक्षण में पता चला था कि राज्य में 1,458 सरकारी कर्मचारी सामाजिक सुरक्षा पेंशन प्राप्त कर रहे हैं।
मिशन ने वित्त मंत्री बालगोपाल से दोषी अधिकारियों के खिलाफ कड़ी अनुशासनात्मक कार्रवाई का अनुरोध किया था।
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