
प्रयागराज, 18 जुलाई नगर के स्वरूपरानी नेहरू (एसआरएन) अस्पताल में आवारा कुत्तों की समस्या का स्वतः संज्ञान लेते हुए इलाहाबाद उच्च न्यायालय ने राज्य के विधि अधिकारियों को इस अस्पताल का दौरा कर एक रिपोर्ट दाखिल करने का बृहस्पतिवार को निर्देश दिया।
एसआरएन अस्पताल में चूहों की समस्या को लेकर बृहस्पतिवार को सुनवाई के दौरान, अदालत के संज्ञान में यह बात लाई गई कि चूहों की समस्या के अलावा, एसआरएन के वार्ड में आवारा कुत्ते भी बहुत हैं और अस्पताल प्रशासन का उन पर कोई नियंत्रण नहीं है।
इस बात को गंभीरता से लेते हुए न्यायमूर्ति मनोज कुमार गुप्ता और न्यायमूर्ति मनीष कुमार निगम की खंडपीठ ने अपर मुख्य स्थायी अधिवक्ता ए के गोयल को एसआरएन अस्पताल का दौरा करने और वार्ड समेत अस्पताल परिसर का निरीक्षण करने को कहा। इस दौरे में स्थायी अधिवक्ता नीरज कुमार, गोयल का सहयोग करेंगे।
अदालत ने कहा, ‘‘अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक उन्हें पूरा सहयोग करेंगे। संबंधित पुलिस थाना के प्रभारी यह सुनिश्चित करेंगे कि निरीक्षण के दौरान किसी भी व्यक्ति द्वारा कोई बाधा उत्पन्न ना की जाए।’’
अदालत ने इन अधिकारियों को एक सप्ताह के भीतर अपनी रिपोर्ट दाखिल करने का निर्देश देते हुए मामले को 21 अगस्त को सुनवाई के लिए सूचीबद्ध किया।
इससे पूर्व, अदालत ने मोतीलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज से संबद्ध एसआरएन अस्पताल में चूहों की समस्या का स्वतः संज्ञान लिया था। हालांकि, सुनवाई के दौरान अदालत को बताया गया कि एसआरएन अस्पताल में आवारा कुत्ते भी एक बड़ी समस्या हैं और अस्पताल प्रशासन का इन पर कोई नियंत्रण नहीं है।
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