श्रीनगर, 28 दिसंबर कश्मीर घाटी में शनिवार को इस मौसम का सबसे भारी हिमपात हुआ, जिससे सामान्य जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया, हवाई, रेल और सड़क यातायात प्रभावित हुआ तथा बिजली और पानी की आपूर्ति भी बाधित हुई। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।
मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने सभी उपायुक्तों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग बैठक में बर्फ हटाने के कार्यों की समीक्षा की।
शुक्रवार से कश्मीर भर में मध्यम से भारी हिमपात दर्ज किया गया, जिसमें श्रीनगर शहर और अन्य मैदानी इलाकों में मौसम की पहली बर्फबारी भी शामिल है।
अधिकारियों ने बताया कि दक्षिण कश्मीर के मैदानी इलाकों में भारी से बहुत भारी हिमपात, जबकि मध्य कश्मीर के मैदानी इलाकों में मध्यम हिमपात हुआ। उत्तर कश्मीर के मैदानी इलाकों में हल्के से मध्यम हिमपात हुआ।
उन्होंने बताया कि दक्षिण कश्मीर जिले के ऊपरी इलाकों में दो फुट से अधिक हिमपात हुआ। हालांकि स्थानीय लोगों और पर्यटकों ने हिमपात का आनंद लिया, लेकिन इससे रोजमर्रा की जिंदगी अस्त-व्यस्त हो गई।
यातायात विभाग के अधिकारियों के अनुसार, हिमपात के कारण जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग (एनएच-44) यातायात के लिए बंद कर दिया गया है। उन्होंने बताया कि नवयुग सुरंग में भारी हिमपात के कारण बर्फ हटाने के काम में बाधा उत्पन्न हुई है।
अधिकारियों ने बताया कि लोग और मशीनें काम पर लगी हुई हैं तथा यात्रियों को सलाह दी गई है कि वे मौसम में सुधार होने तथा सड़क साफ होने तक यात्रा न करें।
रेलवे अधिकारियों ने बताया कि पटरियों पर भारी बर्फ जमा होने के कारण बनिहाल-बारामुला सेक्शन पर ट्रेन सेवाएं स्थगित कर दी गई हैं। उन्होंने बताया कि ट्रेन की पटरी को साफ करने के प्रयास जारी हैं।
हवाईअड्डा अधिकारियों के अनुसार, श्रीनगर से आने-जाने वाला हवाई यातायात भी प्रभावित हुआ है तथा उड़ान परिचालन स्थगित कर दिया गया है।
अधिकारियों ने बताया, ‘‘खराब मौसम के कारण श्रीनगर हवाई अड्डे पर सभी उड़ानें रद्द कर दी गई हैं। खराब मौसम के कारण सुबह से ही हवाई अड्डे पर कोई भी उड़ान संचालित नहीं की गई है।’’
यात्रियों को सलाह दी गयी है कि वे अद्यतन जानकारी के लिए अपनी एयरलाइन से संपर्क करें।
शुक्रवार शाम से उड़ान परिचालन प्रभावित है।
अधिकारियों ने बताया कि जिला मुख्यालयों पर बर्फ हटाने का अभियान शुरू कर दिया गया है और अधिकांश मुख्य सड़कें तथा अस्पतालों को जाने वाली सड़कें सुबह तक साफ कर दी गईं, जबकि अंदरूनी सड़कें दोपहर तक साफ कर दी गईं।
अब्दुल्ला ने उपायुक्तों को बर्फ हटाने के कार्यों की व्यक्तिगत निगरानी का निर्देश दिया।
उन्होंने कहा कि घाटी में अधिकांश खराब पड़े बिजली फीडर को बहाल कर दिया गया है।
उन्होंने कहा कि शेष बचे अधिकांश फीडर के शाम तक बहाल हो जाने की उम्मीद है।
अधिकारियों ने बताया कि अब्दुल्ला ने स्थिति का जायजा लेने के लिए श्रीनगर शहर के कई इलाकों का दौरा किया और अपने विधानसभा क्षेत्र गांदरबल का भी दौरा किया।
उन्होंने जिला अस्पताल गांदरबल का दौरा किया और खराब मौसम के दौरान मरीजों को उपलब्ध सेवाओं का आकलन किया।
अब्दुल्ला ने अस्पताल के कर्मचारियों के साथ-साथ मरीजों और उनके परिचारकों से भी बातचीत की।
गांदरबल में पत्रकारों से बात करते हुए अब्दुल्ला ने कहा कि वह अपने निर्वाचन क्षेत्र का दौरा करना चाहते हैं, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि लोगों को बर्फबारी के कारण ज्यादा कठिनाइयों का सामना न करना पड़े।
उन्होंने कहा, ‘‘मैं चाहता था कि सड़कों से बर्फ हटाने के काम में तेजी लाई जाए, अस्पतालों और आवश्यक सेवाओं का जायजा लिया जाए तथा जहां भी बिजली के तार टूटे हैं, वहां उन्हें बहाल किया जाए।’’
इस बीच मौसम विभाग ने बताया कि घाटी में न्यूनतम तापमान में कई डिग्री की बढ़ोतरी हुई है।
श्रीनगर में शुक्रवार रात न्यूनतम तापमान शून्य से एक डिग्री सेल्सियस नीचे दर्ज किया गया, जो पिछली रात के न्यूनतम तापमान शून्य से 7.3 डिग्री सेल्सियस नीचे से छह डिग्री अधिक है।
उत्तरी कश्मीर में स्कीइंग गतिविधियों के लिए प्रसिद्ध गुलमर्ग में न्यूनतम तापमान शून्य से पांच डिग्री सेल्सियस नीचे दर्ज किया गया, जबकि दक्षिण कश्मीर में वार्षिक अमरनाथ यात्रा के आधार शिविर पहलगाम में न्यूनतम तापमान शून्य से 2.8 डिग्री सेल्सियस नीचे दर्ज किया गया।
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