पोरबंदर, 25 अक्टूबर : गुजरात के पोरबंदर में पुरस्कार को लेकर हुये विवाद के बाद एक ‘गरबा’ समारोह के आयोजकों ने कथित तौर पर 40 वर्षीय एक व्यक्ति की पीट-पीटकर हत्या कर दी. पुलिस ने बुधवार को यह जानकारी दी. पुलिस उपाधीक्षक रुतु राबा ने बताया कि मंगलवार देर रात करीब दो बजे पोरबंदर में कृष्णा पार्क सोसाइटी के पास पीड़ित सरमन ओडेदारा पर सात लोगों ने कथित तौर पर लाठी-डंडों से हमला कर दिया. राबा ने कहा, ‘‘ओडेदारा की हत्या में शामिल सभी सात आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है और मामले की जांच की जा रही है.’’ आरोपियों में राजा कुचड़िया, राजू केसवाला, रामदे बोखिरिया, प्रतीक गोरानिया और उनके तीन साथी शामिल हैं. प्राथमिकी के अनुसार, इन आरोपियों ने कृष्णा पार्क से सटे एक स्कूल के पास नवरात्र के अवसर पर पारंपरिक नृत्य गरबा से संबंधित एक कार्यक्रम का आयोजन किया था. इसी जगह पर ओडेदारा परिवार रहता है.
ओडेदारा की पत्नी मालिबेन ने पोरबंदर में उद्योगनगर पुलिस को दी गई अपनी शिकायत में कहा कि उनकी 11 वर्षीय बेटी ने भी गरबा कार्यक्रम में भाग लिया था, उसने उन्हें बताया कि दो अलग-अलग प्रतियोगिताएं जीतने के बाद आयोजकों द्वारा उसे केवल एक पुरस्कार दिया गया. वह इस बात की शिकायत करने के लिए आयोजकों के पास गई थीं. जब मालीबेन वहां पहुंची तो केसवाला ने उन्हें आयोजकों का निर्णय स्वीकार करने को कहा. प्राथमिकी के अनुसार, उनसे कहा गया कि या तो पुरस्कार ले लो या छोड़ दो. इसके देर बाद ही, कुचड़िया और बोखिरिया भी मौके पर पहुंचे और कथित तौर पर मालीबेन से बहस करने लगे. उन्होंने मालीबेन को वहां से नहीं जाने पर जान से मारने की धमकी भी दी. यह भी पढ़ें : दिल्ली : ‘डोमेस्टिक ब्रीडिंग चेकिंग’ कार्यकर्ताओं को ‘एमटीएस’ के तौर पर नियुक्त करने का प्रस्ताव
प्राथमिकी के अनुसार, कुचड़िया और केसवाला की पत्नियों ने भी मालीबेन से गाली-गलौच की और उन्हें वहां से जाने के लिए कहा. इसके बाद मालीबेन और उनकी बेटी रात करीब एक बजे घर वापस आ गये. प्राथमिकी के मुताबिक, एक घंटे के बाद, जब मालीबेन और उनके पति अपने घर के बाहर बैठे थे तो चार मुख्य आरोपी और उनके तीन साथी मोटरसाइकिल पर आए और ओडेदारा को लाठी-डंडों से पीटने लगे. अपने पति को बचाने की कोशिश में मालीबेन को भी चोटें आईं. इसके बाद आरोपी ओडेदारा को अपनी मोटरसाइकिल पर गरबा स्थल पर ले गए और पुलिस के आने तक पीटते रहे. पुलिस को पीड़ित की नाबालिग बेटी ने सूचना दी थी. प्राथमिकी में कहा गया है कि ओडेदारा को पुलिस अपने वाहन में अस्पताल ले गई, लेकिन उसे बचाया नहीं जा सका.