गोयल ने उद्योग व्यापार संघों के साथ की वार्ता, सुझावों को वित्त मंत्रालय तक पहुंचाने का भरोसा दिया

गोयल ने वीडियो कांफ्रेस के जरिए उनसे वार्ता कर के वर्तमान परिस्थितियों में व्यापार और उद्योग जगत की समस्याओं और वास्तविकताओं की जानकारी ली। बातचीत में उद्योगों के लिए अतरिक्त राहत पैकज की मांग भी उठी।

नयी दिल्ली, 9 अप्रैल वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने बृहस्पतिवार को उद्योग व्यापार संघों के प्रतिनिधियों से कहा कि वह कोरोना वायरस महामारी से उत्पन्न हालात को लेकर उनके सभी विषयों और सुझावों को वित्त मंत्रालय को भेजते जा रहे हैं जो कि उन पर ‘एक संतुलित और सधा हुआ दृष्टिकोण ’ अपनाएगा।

गोयल ने वीडियो कांफ्रेस के जरिए उनसे वार्ता कर के वर्तमान परिस्थितियों में व्यापार और उद्योग जगत की समस्याओं और वास्तविकताओं की जानकारी ली। बातचीत में उद्योगों के लिए अतरिक्त राहत पैकज की मांग भी उठी।

गोयल ने पैकेज के मुद्दे पर कहा कि ‘जो भी सुझाव आ रहे हैं उन्हें विचार के लिए वित्त मंत्रालय को भेजा जा रहा है। वित्त मंत्रालय उन पर संतुलित और सधा दृष्टिकोण अपना सकता है। ’उन्होंने यह भी कहा कि उनका मंत्रालय माल को लाने ले जाने की सुविधाओं तथा आयात निर्यात से जुड़ी समस्याओं के समाधान के प्रयास कर रहा है। मंत्रालय व्यापार उद्योग क्षेत्र की अन्य मांगों पर विभिन्न मंत्रालयों से भी संपर्क में है।

उद्योग संघों ने नकद कमाई कम होने, आर्डर रद्द होने, मजदूरों की कमी तथा केंद्र के निर्देशों की राज्यों के स्तर पर अलग अलग व्याख्या जैसे मुद्दे भी उठाए। लेकिन उनकी तरफ से मंत्री को यह भी बताया गया कि सूचना प्रौद्योगिकी उद्योग ने अपना 95 प्रतिशत काम फिर से शुरू कर दिया है।

वीडियो काफ्रेंस में भारतीय उद्योग परिसंघ (सी आई आई) , भारतीय वाणिज्य उद्योग महासंघ (फिक्की) , एसोचैम, लघु उद्योग भारती, फिस्मे, साफ्टवेयर सेवा इकाइयों के संगठन नास्काम , पीएचडी वाणिज्य उद्योगमंडल, वाहन विनिर्माओं के सघ सियाम, लघु व्यापारियों के संगठन कैट और कुछ अन्य संगठनों के प्रतिनिधियों ने भाग लिया।

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