उत्तर कश्मीर में मुठभेड़ में कर्नल, मेजर समेत पांच सुरक्षाकर्मी शहीद, दो आतंकवादी ढेर
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श्रीनगर, तीन मई उत्तर कश्मीर के रजवार जंगल स्थित एक गांव में आतंकवादियों के साथ हुई मुठभेड़ में एक कर्नल और एक मेजर समेत पांच सुरक्षाकर्मी शहीद हो गए तथा दो आतंकवादी भी मारे गए। यह जानकारी रविवार को अधिकारियों ने दी।

शहीद हुए सुरक्षाकर्मियों में कर्नल आशुतोष शर्मा, मेजर अनुज सूद, नायक राजेश और लांस नायक दिनेश शामिल हैं। ये सभी ‘गार्ड्स’ रेजीमेंट ब्रिगेड के थे और वर्तमान में 21 राष्ट्रीय राइफल्स का हिस्सा थे जो कि आतंकवाद निरोध के लिए तैनात है।

साथ ही जम्मू कश्मीर पुलिस के उपनिरीक्षक शकील काजी भी आतंकवादियों की गोलियां लगने से शहीद हो गए।

मुठभेड़ में मारे गए दो आतंकवादियों में प्रतिबंधित लश्कर-ए- तैयबा का कमांडर हैदर भी शामिल है जो कि एक पाकिस्तानी नागरिक था और उत्तर कश्मीर के क्षेत्र में सक्रिय था। मारे गए दूसरे आतंकवादी की अभी पहचान नहीं हो पायी है।

अधिकारियों ने बताया कि इन आतंकवादियों ने कुछ नागरिकों को बंधक बना रखा था।

जम्मू कश्मीर के पुलिस महानिदेशक दिलबाग सिंह ने कहा, ‘‘यह सूचित करते हुए दुख हो रहा है कि कर्नल आशुतोष शर्मा, मेजर अनुज सूद और जम्मू कश्मीर पुलिस के उपनिरीक्षक शकील काजी समेत पांच बहादुर सुरक्षाकर्मी कर्तव्य पालन करते हुए शहीद हो गए।’’

सुरक्षा बलों को पिछले कुछ दिनों से हंदवाड़ा क्षेत्र में रजवार के जंगल में कुछ आतंकवादियों की मौजूदगी का पता चला था और बृहस्पतिवार को जंगल में एक संक्षिप्त मुठभेड़ हुई थी।

शनिवार दोपहर के आसपास, खुफिया सूचना से चंगीमुल्ला गांव स्थित एक घर के भीतर आतंकवादियों के एक समूह की मौजूदगी का संकेत मिला। इसके बाद कर्नल शर्मा ने अपनी टीम और काजी के साथ मिलकर घेराबंदी और तलाशी अभियान चलाया।

कुछ समय बाद कर्नल शर्मा और चार अन्य कर्मी यह मानकर मकान के बगल में स्थित गोशाला में घुसे कि आतंकवादी भारी गोलीबारी में मारे गए हैं।

अधिकारियों के अनुसार टीम नागरिकों को बचाने के बाद भारी गोलीबारी की जद में आ गई और कर्नल शर्मा और उनकी टीम के साथ सभी संचार सम्पर्क टूट गया। टीम के मोबाइल फोन पर की गई कॉल का जवाब आतंकवादियों ने दिया।

सेना ने उसके बाद पैरा-ट्रूपर को भेजा और उन्होंने यह पता लगने के बाद कि सैन्य अधिकारी और उनकी टीम मुठभेड़ में शहीद हो गई है, पहली किरण के साथ ही एक अभियान शुरू किया और दोनों आतंकवादियों को मार गिराया।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश ने सैनिकों को श्रद्धांजलि अर्पित की।

मोदी ने एक ट्वीट में कहा, ‘‘हंदवाड़ा में शहीद हुए हमारे साहसी सैनिकों और सुरक्षाकर्मियों को श्रद्धांजलि। उनके पराक्रम और शहादत को कभी नहीं भुलाया जा सकता है। उन्होंने पूरी लगन से देश की सेवा की और अपने नागरिकों की रक्षा के लिए अथक कार्य किए। उनके परिजन और दोस्तों के प्रति संवेदना प्रकट करता हूं।’’

रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने इसे 'बेहद परेशान करने वाला और दर्द भरा' करार दिया।

वहीं, प्रमुख रक्षा अध्यक्ष जनरल बिपिन रावत ने शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि हंदवाड़ा में हुई मुठभेड़ कश्मीर के लोगों की जिंदगियों को सुरक्षित रखने के सुरक्षा बलों के दृढ निश्चय को दर्शाती है।

सेना ने एक ट्वीट में कहा, सेनाध्यक्ष जनरल एम एम नरवने और सेना के सभी अधिकारी ‘‘सेना और जम्मू कश्मीर पुलिस के उन बहादुर बहादुरों को श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं जिन्होंने हंदवाड़ा में आतंकवादियों से मुकाबला करते हुए और उन्हें मार गिराने में सर्वोच्च बलिदान दिया।’’

कर्नल शर्मा और मेजर सूद (दोनों 21-आरआर) की शहादत दो दशक पहले हुई इसी तरह की दुखद घटना की याद दिलाती है जब 2000 में इसी बटालियन के कर्नल राजिंदर चौहान और ब्रिगेडियर बी एस शेरगिल शहीद हो गए थे।

घाटी में कर्नल रैंक के अधिकारी की शहादत पांच वर्ष बाद हुई है। 2015 में सेना ने एक वर्ष में अपने दो कर्नल रैंक के अधिकारी गंवा दिये थे।

2/9 गोरखा राइफल्स के कर्नल एम एन राय, 42 आरआर के सीओ थे और उन्होंने जनवरी 2015 में दक्षिण कश्मीर के त्राल में आतंकवादियों से लड़ते हुए देश के लिए अपना जीवन कुर्बान कर दिया था।

उसी वर्ष कर्नल संतोष महादिक कुपवाड़ा क्षेत्र में एक मुठभेड़ में शहीद हो गए थे।

इस नवीनतम अभियान पर सेना ने कहा कि कुपवाड़ा जिले में हंदवाड़ा के चंगीमुल्ला इलाके में एक मकान में आतंकवादियों द्वारा कुछ नागरिकों को बंधक बनाए जाने की खुफिया सूचना मिलने के बाद सेना तथा जम्मू कश्मीर पुलिस ने एक संयुक्त अभियान चलाया था।

इसने बताया कि पांच सैन्य और पुलिस कर्मियों की टीम नागरिकों को छुड़ाने के लिए आतंकवादियों के कब्जे वाले इलाके में घुसी और नागरिकों को सफलतापूर्वक बचा लिया।

सेना ने बताया कि हालांकि इस दौरान आतंकवादियों ने टीम पर भारी गोलीबारी की और इसके बाद हुई मुठभेड़ में दो आतंकवादी मारे गए तथा पांच सुरक्षाकर्मी शहीद हो गए।

अधिकारियों ने बताया कि ऐसा माना जा रहा है कि आतंकवादी पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर से घुसपैठ करने वाले एक समूह को लेने के लिए हंदवाड़ा पहुंचे थे।

अधिकारियों ने बताया कि यहां एक श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया जाएगा जिसके बाद कर्नल शर्मा के पार्थिव शरीर को जयपुर ले जाया जाएगा तथा मेजर सूद के पार्थिव शरीर को पुणे ले जाया जाएगा।

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