Jhansi Medical College Fire: झांसी के महारानी लक्ष्मीबाई मेडिकल कॉलेज में आग लगी, 10 बच्‍चों की मौत

झांसी (उप्र), 16 नवंबर : उत्तर प्रदेश के झांसी जिले में शुक्रवार रात महारानी लक्ष्मीबाई मेडिकल कॉलेज में आग लगने से 10 बच्‍चों की मौत हो गई. जिले के अधिकारियों ने यह जानकारी दी. झांसी के जिलाधिकारी अविनाश कुमार ने बताया कि घटना में 10 बच्‍चों की मौत हो गई. मुख्‍यमंत्री योगी आदित्‍यनाथ के निर्देश पर उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक वरिष्ठ अधिकारियों के एक दल के साथ झांसी के लिए रवाना हो गये हैं. जिलाधिकारी ने संवाददाताओं को बताया कि मेडिकल कॉलेज में मौके पर उपस्थित अधिकारियों द्वारा मिली जानकारी के अनुसार रात साढ़े दस से 10 बजकर 45 मिनट के बीच नवजात शिशु देखभाल इकाई (एनआईसीयू) के एक हिस्से में संभवत: शार्ट सर्किट से आग लग गयी. उन्होंने कहा कि बाहर वाले हिस्से में जो बच्चे थे उनमें से लगभग सभी को बचा लिया गया है, लेकिन अंदर वाले हिस्से से 10 बच्चों के मारे जाने की सूचना मिली है.

जिलाधिकारी ने कहा कि बचाव कार्य जारी है, अग्निशमन दल और राहत-बचाव टीम द्वारा कई बच्चों को बचा लिया गया. उन्होंने कहा कि झुलसे बच्चों का उपचार जारी है और जो गंभीर रूप से घायल हैं, उनकी सूचना एकत्र की जा रही है. उन्होंने कहा कि घटना की जांच के लिए एक समिति मंडलायुक्त और पुलिस उपमहानिरीक्षक के नेतृत्व में बनाई गयी है. झांसी नगर क्षेत्र के अपर पुलिस अधीक्षक (नगर) ज्ञानेन्‍द्र कुमार सिंह ने बताया कि मेडिकल कॉलेज के बच्चा वार्ड में आग लगने से दम घुटने और झुलसने से 10 बच्चों की मौत हुई है, जिनके शव निकाले जा चुके हैं. सिंह ने बताया कि अब तक 30 से ज्यादा बच्चों को बचाया जा चुका है. फिलहाल बचाव कार्य जारी है. दमकल विभाग की छह गाड़ियों को भेजा गया और अब आग पर काबू पा लिया गया है. उन्होंने बताया कि वार्ड में 47 नवजात शिशु भर्ती थे. यह भी पढ़ें : केंद्र जम्मू-कश्मीर का राज्य का दर्जा तुरंत बहाल करे, ताकि कई मुद्दों का समाधान हो सके: फारूक

मुख्‍यमंत्री योगी आदित्‍यनाथ ने हादसे का संज्ञान लेकर अधिकारियों को राहत और बचाव का निर्देश दिया. झांसी पुलिस ने सोशल मीडिया पर एक संक्षिप्त बयान में कहा कि अग्निशमन दल को मौके पर भेजा गया, जबकि जिले के वरिष्ठ अधिकारी भी मेडिकल कॉलेज पहुंच गए हैं. मध्य रात्रि के आसपास अस्पताल पहुंचे झांसी के मंडल आयुक्त विमल दुबे ने संवाददाताओं को बताया कि एनआईसीयू के अंदरूनी हिस्से में करीब 30 बच्चे थे और उनमें से अधिकतर को बचा लिया गया. एनआईसीयू में आग से उसके गलियारे में धुआं भर गया. वीडियो में दिखा है कि बचाव और राहत कार्यों में मदद के लिए दमकल कर्मियों ने कुछ कांच की खिड़कियां तोड़ दीं. मेडिकल कॉलेज से सामने आए दृश्यों में मरीज और उनके तीमारदार घबराए हुए दिखाई दे रहे हैं, जबकि बड़ी संख्या में पुलिसकर्मी बचाव और राहत कार्यों में मदद कर रहे हैं. आदित्‍यनाथ ने ''एक्‍स'' पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘झांसी स्थित मेडिकल कॉलेज के एनआईसीयू में घटित दुर्घटना में हुई बच्चों की मृत्यु अत्यंत दुखद एवं हृदयविदारक है.’’

योगी ने पोस्‍ट में कहा, ‘‘जिला प्रशासन तथा संबंधित अधिकारियों को युद्ध स्तर पर राहत एवं बचाव कार्यों को संचालित कराने के निर्देश दिए हैं. प्रभु श्री राम से प्रार्थना है कि दिवंगत आत्माओं को सद्गति एवं घायलों को शीघ्र स्वास्थ्य लाभ प्रदान करें.'' वहीं, स्‍वास्‍थ्‍य और चिकित्‍सा विभाग का दायित्व संभाल रहे राज्‍य के उप मुख्‍यमंत्री ब्रजेश पाठक ने ''एक्‍स'' पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘झांसी के महारानी लक्ष्मीबाई मेडिकल कॉलेज के एनआईसीयू में आग लगने की दुर्भाग्यपूर्ण दुर्घटना में कई नवजात शिशुओं की मृत्यु अत्यंत दुखद एवं हृदयविदारक है.’’ पाठक ने कहा, ‘‘जिला प्रशासन तथा संबंधित अधिकारियों को युद्ध स्तर पर राहत एवं बचाव कार्यों को संचालित कराने के निर्देश दिए हैं. मैं भी दुर्घटना स्थल पर पहुंच रहा हूं. प्रभु श्री राम से प्रार्थना है कि पुण्यात्माओं को शांति एवं घायलों को शीघ्र स्वास्थ्य लाभ प्रदान करें.’’