लंदन, 30 नवंबर भारत और यूरोप के बीच सीमा-पार साझेदारी को सुगम बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले अग्रणी उद्यमियों को लंदन के हाउस ऑफ लॉर्ड्स परिसर में शुक्रवार को आयोजित वार्षिक भारत-यूरोपीय व्यापार मंच (आईईबीएफ) की बैठक में पुरस्कार प्रदान किए गए।
‘आईईबीएफ ग्लोबल बिजनेस मीट-2024’ का उद्देश्य 2047 तक विकसित अर्थव्यवस्था की ओर बढ़ने के भारत के लक्ष्य द्वारा पेश किए गए कई व्यापार और निवेश अवसरों पर प्रकाश डालना था।
वेल्श के भारतीय लेबर सांसद कनिष्क नारायण ने कहा, “मेरे लिए वह बात जो ब्रिटेन और भारत को सबसे अधिक निकटता से जोड़ती है, वह यह है कि हम दो देश हैं जो भविष्य की ओर अग्रसर हैं।” नारायण हाल ही में द्विपक्षीय आदान-प्रदान के लिए संसदीय प्रतिनिधिमंडल के हिस्से के रूप में भारत की यात्रा से लौटे हैं।
उन्होंने कहा, “जैसा कि हम विकसित भारत के दृष्टिकोण के बारे में बात करते हैं, जिसका लक्ष्य अब से लेकर 2047 तक की अवधि में अपने सकल घरेलू उत्पाद को 10 गुना करना है, वहीं (ब्रिटेन में) सरकार का प्राथमिक मिशन आर्थिक वृद्धि है... इसलिए हमारा हित एक गहन साझा हित है। हम जो करने की कोशिश कर रहे हैं, उसमें काफी समानता है।”
इस समारोह में सम्मानित होने वालों में रिबन पीएलसी के सह-संस्थापक और मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) आशीष जानी को “अंतरराष्ट्रीय वित्तीय प्रणालियों की जटिलताओं से निपटने में लाखों भारतीय छात्रों और पेशेवरों की सहायता करने” के उनके प्रयासों के लिए ‘फिनटेक ऑफ द ईयर’ का पुरस्कार दिया गया।
श्रीराम अय्यर को 'प्रिज्मा डॉट एआई' के चेयरमैन और सीईओ के रूप में ‘ग्लोबल फर्म ऑफ द ईयर’ पुरस्कार मिला। उन्हें यह पुरस्कार "एआई-संचालित दृश्य पहचान के क्षेत्र में क्रांति लाने, छवि और वीडियो विश्लेषण के लिए अत्याधुनिक समाधान प्रदान करने" के लिए दिया गया।
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