ईडी ने राहुल गांधी को नया समन जारी कर 13 जून को पूछताछ के लिए बुलाया
राहुल गांधी (Photo Credits ANI)

नयी दिल्ली, 3 जून : प्रवर्तन निदेशालय (Enforcement Directorate) ने नया समन जारी कर समाचारपत्र नेशनल हेराल्ड से जुड़े धनशोधन के एक मामले में कांग्रेस नेता राहुल गांधी (Rahul Gandhi) को 13 जून को पूछताछ के लिए बुलाया है. अधिकारियों ने शुक्रवार को यह जानकारी दी. ईडी ने इससे पहले कांग्रेस नेता को दो जून को पेश होने को कहा था लेकिन केरल की वायनाड लोकसभा सीट से सांसद गांधी ने पेश होने के लिए कोई दूसरी तारीख देने का अनुरोध करते हुए कहा था कि वह देश से बाहर हैं. अधिकारियों ने बताया कि राहुल गांधी (51) को अब दिल्ली में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के मुख्यालय में 13 जून को पेश होने को कहा गया है. वहीं, कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी (75) को ईडी ने आठ जून को तलब किया है. हालांकि बृहस्पतिवार को वह कोरोना वायरस से संक्रमित पाई गईं लेकिन कांग्रेस ने कहा है कि वह निर्धारित तिथि पर एजेंसी के सामने पेश होने को प्रतिबद्ध हैं.

यह मामला पार्टी समर्थित ‘यंग इंडियन’ में कथित वित्तीय अनियमितता की जांच से जुड़ा है. ‘नेशनल हेराल्ड’ एसोसिएटेड जर्नल्स लिमिटेड (एजेएल) द्वारा प्रकाशित किया जाता है और उसका स्वामित्व यंग इंडियन प्राइवेट लिमिटेड के पास है. ईडी के अधिकारियों ने बताया कि एजेंसी धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) की आपराधिक धाराओं के तहत सोनिया गांधी और राहुल गांधी के बयान दर्ज करना चाहती है. अधिकारियों ने कहा था कि कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं और गांधी परिवार से पूछताछ ईडी की जांच का हिस्सा है ताकि यंग इंडियन और एजेएल के हिस्सेदारी पैटर्न, वित्तीय लेनदेन और प्रवर्तकों की भूमिका को समझा जा सके. यंग इंडियन के प्रवर्तकों और शेयरधारकों में सोनिया तथा राहुल गांधी सहित कांग्रेस के कुछ अन्य सदस्य शामिल हैं. यह भी पढ़ें : Azamgarh By-Election: आजमगढ़ में सपा ने दलित चेहरे पर लगाया दांव, सुशील आनंद को बनाया उपचुनाव का प्रत्याशी

यहां की एक निचली अदालत द्वारा यंग इंडियन प्राइवेट लिमिटेड के खिलाफ आयकर विभाग की जांच का संज्ञान लिए जाने के बाद एजेंसी ने पीएमएलए के आपराधिक प्रावधानों के तहत एक नया मामला दर्ज किया था. भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेता सुब्रमण्यम स्वामी ने इस संबंध में 2013 में एक शिकायत दर्ज कराई थी. स्वामी ने सोनिया गांधी, राहुल गांधी और अन्य पर धोखाधड़ी की साजिश रचने एवं धन के गबन का आरोप लगाया था और कहा था कि यंग इंडियन प्राइवेट लिमिटेड ने 90.25 करोड़ रुपये की वसूली का अधिकार प्राप्त करने के लिए केवल 50 लाख रुपये का भुगतान किया जो एजेएल पर कांग्रेस का बकाया था. ईडी के समन पर कांग्रेस ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की जिसमें आरोप लगाया गया कि ‘‘एजेएल (एसोसिएटेड जर्नल्स लिमिटेड) का नकली मुद्दा, भाजपा के प्रचार तंत्र द्वारा इस देश में महंगाई, गिरती जीडीपी और सामाजिक अशांति, सामाजिक विभाजन के विविध महत्वपूर्ण मुद्दों से नागरिकों का ध्यान भटकाने, हटाने का एक प्रयास है.’’'

कांग्रेस नेता अभिषेक मनु सिंघवी ने इस सप्ताह के शुरू में संवाददाताओं से कहा था ‘‘मोदी सरकार को यह पता होना चाहिए कि इस तरह के झूठे और फर्जी मामले दर्ज कर वह अपनी कायराना साजिश में सफल नहीं हो सकेगी.’’ ईडी ने जांच के तहत हाल में कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे और पवन बंसल से पूछताछ की थी. पिछले महीने ईडी द्वारा खड़गे से पूछताछ किए जाने के बाद लोकसभा में कांग्रेस के सचेतक मणिकम टैगोर ने सरकार पर उन्हें ‘‘परेशान’’ करने का आरोप लगाया था. स्वामी द्वारा दायर इस मामले में अन्य आरोपी सुमन दुबे और टेक्नोक्रेट सैम पित्रोदा हैं जो अपने ऊपर लगे आरोपों से पूर्व में इनकार कर चुके हैं.