बेंगलुरु, 17 जुलाई : प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने यहां सरकारी स्वामित्व वाले निगम में 187 करोड़ रुपये के घोटाले के संबंध में पूर्व मंत्री बी. नागेंद्र की पत्नी मंजुला से बुधवार को पूछताछ की. ईडी के अधिकारियों ने कर्नाटक महर्षि वाल्मीकि अनुसूचित जनजाति विकास निगम में कथित वित्तीय अनियमितताओं के संबंध में पूछताछ के लिए मंजुला को तलब किया था.
कांग्रेस के विधायक नागेंद्र पहले ही ईडी की हिरासत में हैं. कर्नाटक महर्षि वाल्मीकि अनुसूचित जनजाति विकास निगम लिमिटेड से जुड़ा कथित अवैध धन हस्तांतरण घोटाला 26 मई को लेखा अधीक्षक चंद्रशेखर पी. के आत्महत्या करने व एक नोट छोड़ने के बाद सामने आया था. सुसाइड नोट में निगम के बैंक खाते से 187 करोड़ रुपये के अनधिकृत हस्तांतरण का खुलासा हुआ था. यह भी पढ़ें : तमिलनाडु : केंद्रीय मंत्री रामदास आठवले ने बसपा के दिवंगत नेता आर्मस्ट्रॉन्ग के परिवार से मुलाकात की
साथ ही इसमें कहा गया था कि इसमें से 88.62 करोड़ रुपये अवैध रूप से ‘नामी’ आईटी कंपनियों, हैदराबाद में स्थित सहकारी बैंक व अन्य से कथित तौर पर जुड़े विभिन्न खातों में डाले गए थे. अनुसूचित जनजाति कल्याण मंत्री बी. नागेन्द्र ने घोटाले के संबंध में अपने खिलाफ आरोप लगने के बाद छह जून को इस्तीफा दे दिया था. यूनियन बैंक ऑफ इंडिया के केंद्रीय जांच ब्यूरो के समक्ष शिकायत दर्ज कराए जाने के बाद जांच कर रही ईडी ने इससे पहले नागेंद्र और वाल्मीकि निगम के अध्यक्ष व रायचूर ग्रामीण से कांग्रेस के विधायक बसनगौड़ा डड्डल के परिसरों पर छापे मारे थे.