कोरोना वायरस : अमरिंदर ने लॉकडाउन बढ़ाने के संकेत दिए, केंद्र से वित्तीय मदद मांगी
उन्होंने यह भी कहा कि कोरोना वायरस के खिलाफ केंद्र की ओर से राज्यों के लिए तय 15 हजार करोड़ रुपये का पैकेज नाकाफी है और ऐसे में मोदी सरकार को प्रदेश सरकारों को पर्याप्त वित्तीय मदद देनी चाहिए।
नयी दिल्ली, 10 अप्रैल पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने राज्य में लॉकडाउन की अवधि आगे बढ़ाने का संकेत देते हुए शुक्रवार को कहा कि इसे हटाने का फिलहाल उचित समय नहीं है।
उन्होंने यह भी कहा कि कोरोना वायरस के खिलाफ केंद्र की ओर से राज्यों के लिए तय 15 हजार करोड़ रुपये का पैकेज नाकाफी है और ऐसे में मोदी सरकार को प्रदेश सरकारों को पर्याप्त वित्तीय मदद देनी चाहिए।
मुख्यमंत्री ने बताया कि 15 अप्रैल से किसानों को फसलों की कटाई के लिए लॉकडाउन में ढील दी जाएगी और इसमें सामाजिक दूरी का ध्यान रखा जाएगा।
सिंह ने वीडियो लिंक के माध्यम से संवाददाताओं से कहा, ''हमने पहले लॉकडाउन किया और बाद में कर्फ्यू लगाया। फिर लोगों तक जरूरी वस्तुओं को पहुंचाने की व्यवस्था की। हमारे लोग हर मोहल्ले में पहुंचकर जरूरी वस्तुएं मुहैया करा रहे हैं।''
मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना वायरस के मामले शुरू होने के बाद करीब डेढ़ लाख लोग विदेश से पंजाब आये। हमने जांच की और लोगों को पृथक रखा। अब ज्यादातर लोग पृथक वास से बाहर आ चुके हैं।
उन्होंने कहा, '' फिलहाल स्थिति नियंत्रण में हैं। 132 मामलों में संक्रमण की पुष्टि हुई और 11 लोगों की मौत हुई है। कुल 2877 लोगों की जांच हुई।''
सिंह ने राज्य में लॉकडाउन बढ़ाने का संकेत देते हुए कहा कि उनकी सरकार इसे बढ़ाने पर गंभीरता से विचार कर रही है क्योंकि पाबंदियां हटाने के लिए यह उपयुक्त समय नहीं है।
उन्होंने कहा कि कैबिनेट की बैठक में लॉकडाउन के संदर्भ में निर्णय होगा।
अमरिंदर सिंह ने कहा कि लॉकडाउन असीमित समय के लिए नहीं हो सकता, ऐसे में सरकार कामकाज शुरू करने के उपायों पर गौर कर रही है।
उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस संकट को लेकर रणनीति बनाने के लिए विशेषधिकार प्राप्त समिति गठित की गई है और उसकी रिपोर्ट के आधार पर निर्णय होगा।
मुख्यमंत्री ने कहा ‘‘ हम चार चरणों में तैयारी कर रहे हैं। पहले चरण में दो हजार बेड और उपकरण, दूसरे चरण में 10 हजार बेड एवं उपकरण, तीसरे चरण में 30 हजार बेड एवं उपकरण, चौथे चरण में एक लाख बेड एवं उपकरण की व्यवस्था होगी।’’
उन्होंने कुछ विशेषज्ञों का हवाला देते हुए कहा कि स्थिति भयावह हो सकती है और इसको लेकर तैयारी करनी होगी।
मुख्यमंत्री के मुताबिक, पीजीआई चंडीगढ़ के विशेषज्ञों का अनुमान है कि भारत में सितंबर के मध्य में कोरोना वायरस का कहर अपने चरम पर होगा और देश की 58 फीसदी आबादी इसकी चपेट में होगी।
केंद्र सरकार की ओर दिए जा रहे पैकेज के बारे में पूछे जाने पर अमरिंदर ने कहा, '' 15 हजार करोड़ रुपये पर्याप्त नहीं है। हमारे देश की 1.30 अरब की आबादी में यह कुछ नहीं है।''
उन्होंने कहा, ''राज्यों की स्थिति ऐसी स्थिति नहीं है वे अकेले लड़ सकें । केंद्र को उनकी पूरी मदद करनी चाहिए।''
सिंह ने कहा कि कोरोना वायरस संकट के दौरान एक बात अच्छी हुई कि इस दौरान नशीली दवाओं की आपूर्ति ठप हो गई।
उन्होंने यह भी बताया कि तबलीगी जमात से जुड़े 651 लोग पंजाब आये थे जिनमें से 636 का पता लगा लिया गया है। इनमें से 27 लोग कोरोना वायरस से संक्रमित पाए गए हैं।
हक
(यह सिंडिकेटेड न्यूज़ फीड से अनएडिटेड और ऑटो-जेनरेटेड स्टोरी है, लेटेस्टली स्टाफ ने इसमें कोई बदलाव या एडिट नहीं किया है)