कोरोना: अधिकांश शहरी भारतीयों का मानना है कि जून तक सब सामान्य हो जाएगा-- सर्वेक्षण

नयी दिल्ली, 10 अप्रैल भारत ऐसे आशावादी देशों की सूची में चौथे स्थान पर है जहां की अधिकांश शहरी आबादी मानती है कि कोरोना वायरस महामारी का संकट दूर होगा और जून महीने तक स्थिति सामान्य हो जाएगी।

अनुसंधान एवं परामर्श सेवा फर्म इप्सॉस की ताजा आनलाइन सर्वे रपट के अनुसार भारत में 83 प्रतिशत आबादी को आशा है कि कोरोना वायरस महामारी खत्म हो जाएगी तथा जून 2020 तक स्थिति पुन: सामान्य हो जाएगी।

कोविड-19 को लेकर इस तरह की आशा और उम्मीद रखने वालों में वियतनाम (92%), ब्राजील (85%) और मैक्सिको (84 प्रतिशत) का स्थान ऊपर है।

इप्सॉस का यह सर्वे 2-4 अप्रैल को किया गया। इसमें विभिन्न देशों के 28,000 वयस्क लोगों से आनलाइन सम्पर्क किया गया। कनाडा और अमेरिका में शहरों की 18-74 वर्ष की आबादी की राय ली गयी। आस्ट्रेलिया, ब्राजील, मैक्सिको, रूस, फ्रांस, चीन, जर्मनी, इटली, भारत, जापान, वियतनाम और ब्रिटेन में 16-74 वर्ष के बीच के लोगों में यह सर्वे कराया गया।

सर्वे रपट में कहा गया है कि मार्च मध्य में अधिकतर लोगों को लगता था कि कोविड-19 थोड़े समय की मुश्किल है और जून तक सब ठीक हो जाएगा। लेकिन मध्य मार्च (12-14 मार्च) के बाद के सर्वे में ज्यादातर देशों के नागरिकों को यह संकट लम्बा खिंचता नजर आ रहा है।

जापान, ब्रिटेन और आस्ट्रेलिया के ज्यादातर लोगों ने कहा कि उन्हें नहीं लगता की यह महामारी जून तक टल जाएगी।

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