जयपुर, 23 अप्रैल : प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने राजस्थान के टोंक जिले में मंगलवार को एक जनसभा को संबोधित करते हुए कांग्रेस पर दलितों, पिछड़ों और आदिवासियों के आरक्षण को मजहब के आधार पर मुसलमानों को देने का आरोप लगाया. मोदी ने कहा कि देश में दलितों, पिछड़ों व आदिवासियों का आरक्षण न खत्म होगा और न ही उसे धर्म के नाम पर बांटने दिया जाएगा. मोदी ने आरक्षण के मुद्दे पर कांग्रेस को ललकारते हुए पूछा, ''क्या कांग्रेस ऐलान करेगी कि वे संविधान में दलितों, पिछड़ों, आदिवासियों के आरक्षण को कम करके इसे मुसलमानों को नहीं बांटेगी?'' प्रधानमंत्री ने टोंक के उनियारा में जनसभा को संबोधित करते हुए जोर देकर कहा कि वह संविधान को समझते हैं और उसके प्रति समर्पित हैं.
उन्होंने कहा, ''मोदी, संविधान को समझता है. मोदी संविधान के प्रति समर्पित है और मोदी बाबा साहब आंबेडकर की पूजा करने वाला व्यक्ति है.'' प्रधानमंत्री ने कहा कि 2004 में जैसे ही कांग्रेस की केंद्र में सरकार बनी उसके सबसे पहले किए गए कार्यों में से एक... आंध्र प्रदेश में एससी, एसटी के आरक्षण को कम कर मुसलमानों को आरक्षण देने का प्रयास था. मोदी ने कहा, ''जब वह मुख्यमंत्री थे, तब तत्कालीन प्रधानमंत्री मनमोहन ने भाषण दिया था कि देश के संसाधनों पर पहला हक मुसलमानों का है.'' उन्होंने कहा, ''ये संयोग नहीं था. ये अकेला बयान नहीं था. कांग्रेस की सोच हमेशा से तुष्टिकरण और वोट बैंक की राजनीति की रही है.'' यह भी पढ़ें : Gujarat :हनुमान जयंती के अवसर पर सारंगपुर के कष्टभंजन मंदिर में भक्तों उमड़ी भीड़ -Video
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, ''ये एक पायलट प्रोजेक्ट था, जिसे कांग्रेस पूरे देश में आजमाना चाहती थी. 2004 से 2010 के बीच कांग्रेस ने चार बार आंध्र प्रदेश में मुस्लिम आरक्षण लागू करने की कोशिश की लेकिन उच्चतम न्यायालय की जागरूकता के कारण वो अपने मनसूबे पूरे नहीं कर पाए.'' मोदी ने कहा, ''2011 में कांग्रेस ने इसे देश में लागू करने की कोशिश की. एससी, एसटी व ओबीसी को मिला हुआ अधिकार छीन कर वोट बैंक की राजनीति के लिए दूसरों को देने का खेल किया. कांग्रेस ने ये जानबूझ कर किया. ये सब संविधान की मूल भावना के खिलाफ था लेकिन कांग्रेस ने संविधान की, बाबा साहेब आंबेडकर की परवाह नहीं की.'' उन्होंने कहा कि जब कर्नाटक में भाजपा सरकार आई तो हमने पहला काम कांग्रेस द्वारा एससी, एसटी से छीन कर मुस्लिमों को दिया गया आरक्षण खत्म कर दिया और जिनका हक था उनका हित सुरक्षित रखा. मोदी ने कहा, ''सच्चाई यह है कि जब कांग्रेस और उसका गठबंधन सत्ता में था तो ये लोग दलितों, पिछड़ों के आरक्षण में सेंधमारी कर वोट बैंक की राजनीति के लिए अपनी खास जमात को अलग से आरक्षण देना चाहते थे, जो संविधान के बिलकुल खिलाफ है.''
उन्होंने कहा, ''आरक्षण का जो हक बाबा साहब ने दलित, पिछड़ों और आदिवासियों को दिया कांग्रेस और उसका गठबंधन उसे मजहब के आधार पर मुसलमानों को देना चाहते थे.'' मोदी ने कहा, ''मैं कांग्रेस से पूछना चाहता हूं, क्या कांग्रेस ऐलान करेगी की संविधान में दलितों, पिछड़ों और आदिवासियों के आरक्षण को कम कर इसे मुसलमानों को नहीं बांटेगी. वे देश की जनता से वादा करे.'' प्रधानमंत्री ने कहा, ''कांग्रेस की इन साजिशों के बीच मोदी आपको खुले मंच से गारंटी दे रहा है कि दलितों, पिछड़ों व आदिवासियों का आरक्षण खत्म नहीं होगा. ये मोदी की गारंटी है.'' उन्होंने कहा कि आरक्षण की संवैधानिक सीमा 2020 में खत्म हो रही थी और मोदी ने ही दलित आदिवासियों का आरक्षण अगले 10 साल के लिए बढ़ाया. प्रधानमंत्री ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए यह भी आरोप लगाया कि पार्टी ने अपने चुनावी घोषणापत्र में लोगों का धन छीनकर अपने 'खास' लोगों को बांटने की गहरी साजिश रची है.
उन्होंने कहा कि दो दिन पहले बांसवाड़ा में दिए उनके 90 सेकेंड के भाषण में वोट बैंक और तुष्टीकरण की राजनीति उजागर होने बाद कांग्रेस व विपक्षी गठबंधन 'इंडिया' में भगदड़ मच गई है. मोदी ने कहा, ''मैंने देश के सामने सत्य रखा. कांग्रेस आपकी संपत्ति छीनकर अपने खास लोगों को बांटने की गहरी साजिश रचकर बैठी है. दो से तीन दिन पहले मैंने कांग्रेस की इस वोटबैंक और तुष्टिकरण की राजनीति का पर्दाफाश किया था. इससे कांग्रेस और उसके इकोसिस्टम को इतनी मिर्ची लगी है कि वो हर तरफ मुझे गालियां देने में जुटे हैं.'' उन्होंने कहा, ''मैं कांग्रेस से जानना चाहता हूं कि आखिर वह सच्चाई से इतना डरती क्यों है? कांग्रेस क्यों अपनी नीतियों को छिपाने में लगी है? जब आपने नीति बनाई है, निर्णय लिया है तो अब-जब मोदी ने राज खोलकर रख दिया है और आपका 'हिडन एजेंडा' बाहर आ गया है तो कांप रहे हो.''
प्रधानमंत्री ने कहा, ''अरे हिम्मत है तो स्वीकार करो, हम आपसे मुकाबला करने के लिए तैयार हैं. ये बात देश को साफ-साफ बताना चाहता हूं कि कांग्रेस वोट बैंक की राजनीति के दलदल में इतना धंसी हुई है कि उसे बाबा साहब के संविधान की भी परवाह नहीं है.'' उन्होंने कहा, ''आपको पता होगा उन्होंने घोषणा पत्र में लिखा है कि आपकी संपत्ति का सर्वे करेंगे, हमारी माताओं-बहनों के पास जो स्त्री धन होता है, मंगलसूत्र होता है उसका सर्वे करेंगे. फिर उनके एक नेता ने तो भाषण में कहा 'एक्स रे' किया जाएगा.'' प्रधानमंत्री ने कहा कि कुछ दिन पहले कर्नाटक में एक दुकानदार को सिर्फ इसलिए पीटा गया क्योंकि वह अपनी दुकान में हनुमान चालीसा सुन रहा था.
उन्होंने कहा, ''आप कल्पना कर सकते हैं ...कांग्रेस के राज में हनुमान चालीसा सुनना भी गुनाह हो जाता है. कांग्रेस के राज में अपनी आस्था का पालन करना भी मुश्किल हो जाता है. राजस्थान तो खुद इसका भुक्तभोगी रहा है.'' उन्होंने कहा कि राजस्थान में पिछली कांग्रेस सरकार के कार्यकाल में रामनवमी की शोभायात्रा पर पत्थरबाजी करने वालों को सरकारी संरक्षण दिया गया था और रामनवमी पर प्रतिबंध लगा दिया था. मोदी ने कहा, ''इसी कांग्रेस पार्टी ने तुष्टिकरण के लिए मालपुरा, करौली, छबड़ा, टोंक और जोधपुर को दंगों की आग में झोंक दिया था.'' उन्होंने कहा कि राज्य में भाजपा की सरकार बनने के बाद किसी की हिम्मत नहीं है कि आपकी आस्था पर सवाल उठा दे. उन्होंने कहा, ''अब आप चैन से हनुमान चालीसा भी गाएंगे और रामनवमी भी मनाएंगे, ये भाजपा की गारंटी है.''