देश की खबरें | पंजाब के कांग्रेस सांसदों ने ‘‘धान की धीमी खरीद, उर्वरक की कमी’’ के खिलाफ प्रदर्शन किया

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नयी दिल्ली, 29 नवंबर पंजाब से कांग्रेस के सांसदों ने धान खरीद में कथित देरी और उर्वरक की कमी के खिलाफ शुक्रवार को संसद परिसर में विरोध प्रदर्शन किया और मांग की कि सरकार उन किसानों को मुआवजा दे जिन्हें अपनी फसल न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) से कम पर बेचने को मजबूर होना पड़ा।

लुधियाना से सांसद और पार्टी की पंजाब इकाई के प्रमुख अमरिंदर सिंह राजा वडिंग ने इस स्थिति के लिए भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नीत केंद्र सरकार और पंजाब में आम आदमी पार्टी (आप) सरकार को जिम्मेदार ठहराया।

वडिंग ने संसद के बाहर पत्रकारों से कहा, ‘‘पंजाब के सांसदों ने राज्य के किसानों के लिए और जिस स्थिति का वे सामना कर रहे हैं उसके खिलाफ आवाज उठाई है। उन्होंने (किसानों ने) दिवाली पर मंडी में रात बिताई और उन्हें एमएसपी से कम दाम पर फसल बेचने को मजबूर होना पड़ा।’’

उन्होंने कहा, ‘‘केंद्र सरकार को एक समिति बनाकर एमएसपी से कम दाम पर फसल खरीदने वालों की जांच करनी चाहिए। किसानों को एमएसपी के हिसाब से कीमत मिलनी चाहिए।’’

फतेहगढ़ साहिब से कांग्रेस सांसद अमर सिंह ने कहा कि किसानों को अपनी फसल एमएसपी से आठ से 10 प्रतिशत कम दाम पर बेचने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है।

उन्होंने कहा, ‘‘यह पहली बार है कि धान की खरीद उचित ढंग से नहीं हो रही। पंजाब के किसानों को एक महीने से अधिक समय तक इंतजार करना पड़ा और उन्हें एमएसपी से आठ से 10 प्रतिशत कम दाम पर अपनी फसल बेचने के लिए मजबूर होना पड़ा।’’

सिंह ने कहा, ‘‘सरकार को किसानों को मुआवजा देना चाहिए और ऐसी व्यवस्था करनी चाहिए कि भविष्य में ऐसा दोबारा न हो।’’

पटियाला से कांग्रेस सांसद धर्मवीर गांधी ने कहा कि सरकार को उत्तर भारत के किसानों के लिए ऋण माफी की भी घोषणा करनी चाहिए।

उन्होंने कहा, ‘‘राज्य और केंद्र सरकार ने पंजाब में किसानों की समस्याओं को हल करने के लिए कोई कदम नहीं उठाया है... भंडार खाली नहीं हुए, मजदूरों की समस्या का समाधान नहीं हुआ, ट्रक चालकों की समस्या का समाधान नहीं हुआ, कोई प्रक्रिया पूरी नहीं हुई और किसानों को अपनी फसल बेचने के लिए कई दिन इंतजार करना पड़ा और अंततः उन्हें कम कीमत पर अपनी फसल बेचने के लिए मजबूर होना पड़ा।’’

उन्होंने कहा, ‘‘उत्तर भारत के किसानों का कर्ज माफ किया जाना चाहिए।’’

सांसदों ने संसद परिसर में विरोध प्रदर्शन किया और इस दौरान उन्होंने तख्तियां लहराई जिन पर ‘‘पंजाब में किसानों को डीएपी (डाई-अमोनियम फॉस्फेट) उर्वरक नहीं मिल रहा’’, ‘‘एमएसपी से कम कीमत पर फसल खरीदी जा रही’’ और ‘‘25 साल में सबसे खराब खरीद’’ जैसे नारे लिखे हुए थे।

सांसदों ने केंद्र और पंजाब सरकार के खिलाफ नारे लगाए।

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