अंबिकापुर (छत्तीसगढ़), पांच दिसंबर: छत्तीसगढ़ में सरगुजा जिले के एक सरकारी अस्पताल में सोमवार को चार नवजात शिशुओं की मौत हो गयी, जिसके बाद राज्य सरकार ने मामले की जांच के आदेश दिए हैं. मृत बच्चों के परिजनों ने कहा है कि अस्पताल में बिजली आपूर्ति बंद होने के कारण शिशुओं की मौत हुई है, लेकिन जिला प्रशासन के अधिकारियों का कहना है कि बच्चों की मौत का कारण बिजली आपूर्ति बंद होना नहीं है. सरगुजा जिलाधिकारी कुंदन कुमार ने संवाददाताओं से कहा कि अंबिकापुर के सरकारी मेडिकल कॉलेज के अस्पताल में सुबह 5:30 से 8:30 बजे के बीच बच्चों की मौत हुई.
कुमार ने कहा, ''जिन चार बच्चों की मौत हुई है, उनकी हालत गंभीर थी और वे अस्पताल की विशेष नवजात शिशु देखभाल इकाई (एसएनसीयू) में भर्ती थे। उनमें से दो बच्चे वेंटिलेटर पर थे. उन्होंने कहा, ''प्रारंभिक जानकारी के अनुसार, अस्पताल में रात एक बजे से 1:30 बजे के बीच बिजली की आपूर्ति संबंधी दिक्कत हुई थी, जिसे कुछ ही समय में दुरुस्त कर लिया गया था। इससे एसएनसीयू में बिजली आपूर्ति पर कोई प्रभाव नहीं पड़ता है क्योंकि वहां वैकल्पिक बिजली आपूर्ति की व्यवस्था है।''
उन्होंने बताया कि एसएनसीयू में अब भी 30-35 बच्चे हैं. यह भी पढ़े: दुखद! केईएम अस्पताल में आग में झुलसे दो महीने के बच्चे की मौत, इससे पहले काटा गया था उसका एक हाथ
अधिकारी ने कहा कि मामले की विस्तृत जांच की जा रही है, जिसके बाद मौत के सही कारणों का पता चल पाएगा। उन्होंने कहा कि अस्पताल चारों बच्चों की मेडिकल रिपोर्ट जल्द ही जारी करेगा।
इस बीच, राज्य के स्वास्थ्य मंत्री टी एस सिंहदेव ने स्वास्थ्य सचिव को घटना की जांच के लिए एक टीम गठित करने का निर्देश दिया. सिंहदेव ने एक बयान में कहा, ''अंबिकापुर मेडिकल कॉलेज अस्पताल में चार शिशुओं की मौत की जानकारी मिलने के बाद मैंने स्वास्थ्य सचिव से एक जांच दल गठित कर मौके पर भेजने के लिए कहा है। मैंने इस घटना के बारे में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को भी जानकारी दी है.
मंत्री ने बताया कि वह सोमवार दोपहर बाद हेलीकॉप्टर से अंबिकापुर पहुंचेंगे और फिर घटना का जायजा लेने के लिए अस्पताल जाएंगे. मंत्री ने कहा कि उन्होंने अधिकारियों को इस मामले में आवश्यकतानुसार कड़ी कार्रवाई करने का भी निर्देश दिया है. इधर मृत बच्चों के माता-पिता ने अस्पताल के कर्मचारियों पर लापरवाही बरतने का आरोप लगाया है और दावा किया है कि रात में तीन घंटे से अधिक समय तक बिजली आपूर्ति बाधित रही, जिससे बच्चों की मौत हो गई.
छत्तीसगढ़ की राज्यपाल अनुसुइया उइके ने घटना पर दुख जताया है और सरकार को मौम के कारणों की जांच कर इस पर उचित कार्रवाई करने का निर्देश दिया है. अधिकारियों ने बताया कि राज्यपाल उइके ने शिशुओं की मृत्यु की उचित जांच करने और परिवारों को राहत दिलाने तथा भविष्य में इस तरह की घटनाओं को रोकने के संबंध में प्रशासन को निर्देश दिया है.
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