बेंगलुरु, एक दिसंबर कर्नाटक के बेंगलुरु स्थित अंतरराष्ट्रीय कृष्ण भावनामृत संघ (इस्कॉन) के अध्यक्ष मधु पंडित दास ने रविवार को बांग्लादेश में हिंदुओं के खिलाफ हिंसा पर चिंता व्यक्त की और केंद्र से क्षेत्र में अल्पसंख्यकों के अधिकारों की रक्षा के लिए पड़ोसी देशों के साथ मिलकर काम करने का आग्रह किया।
दास ने बांग्लादेश में सताए गए अल्पसंख्यकों के साथ एकजुटता प्रदर्शित करने के लिए हरे कृष्ण हिल में आयोजित एक शांतिपूर्ण संकीर्तन को संबोधित करते हुए कहा, ‘‘ हमें बांग्लादेश में हिंदुओं के खिलाफ हिंसा की परेशान करने वाली खबरें मिल रही हैं। हम स्थिति को लेकर बहुत चिंतित हैं और उम्मीद करते हैं कि बांग्लादेश सरकार चिन्मय कृष्ण प्रभु, इस्कॉन भक्तों और अन्य सभी सताए गए अल्पसंख्यक समुदायों की सुरक्षा सुनिश्चित करेगी।’’
उन्होंने कहा, ‘‘हम भारत सरकार से यह भी अनुरोध करते हैं कि वह क्षेत्र में अल्पसंख्यकों के अधिकारों की रक्षा के लिए अपने पड़ोसी देशों के साथ मिलकर काम करे।’’
दास ने बेंगलुरु में आयोजित कार्यक्रम के बारे में कहा कि मंदिर में संकीर्तन का आयोजन पीड़ितों के प्रति इस्कॉन की ओर से समर्थन और एकजुटता प्रकट करने तथा उनकी कुशलता के लिए प्रार्थना करने के लिए किया गया है।
उन्होंने रेखांकित किया कि हाल के महीनों में, हिंदू समुदाय को बांग्लादेश में हमलों एवं प्रताड़ना का सामना करना पड़ा है, जिसमें बांग्लादेश सनातन जागरण मंच के प्रवक्ता और एक प्रमुख भक्त नेता चिन्मय कृष्ण दास ब्रह्मचारी की हाल ही में ढाका पुलिस द्वारा गिरफ्तारी भी शामिल है।
उन्होंने कहा, ‘‘मंदिरों को निशाना बनाया जा रहा है और सनातन धर्म के अनुयायी गंभीर खतरे में हैं। कट्टरपंथी भीड़ ने अपने हमलों के दौरान कई लोगों की हत्या भी की है। बांग्लादेश में हिंदुओं और अन्य अल्पसंख्यक समूहों पर इस तरह के हमले जारी हैं और इसे रोकने की जरूरत है।’’
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