गुवाहाटी, 11 जनवरी : असम के दीमा हसाओ जिले में कोयला खदान में फंसे एक और खनिक का शव शनिवार को बचाव अभियान के दौरान बरामद किया गया. एक अधिकारी ने यह जानकारी दी. अधिकारी ने बताया कि अब तक दो शव बरामद किए जा चुके हैं. पहला शव बुधवार को खदान से निकाला गया था. दोनों खनिक उन नौ खनिकों में शामिल थे जो सोमवार को उमरंगसो स्थित खदान में अचानक पानी भर जाने के कारण फंस गए थे. अधिकारी ने बताया, "बचाव अभियान आज सुबह फिर से शुरू हुआ और फंसे हुए खनिकों की तलाश के छठे दिन एक और शव बरामद किया गया. नेपाल के रहने वाले एक खनिक का शव पहले ही बरामद किया जा चुका है." असम के मुख्यमंत्री हिमंत विश्व शर्मा ने कहा कि बचाव अभियान 'अटूट संकल्प' के साथ जारी है और मृतकों की पहचान कर ली गई है.
अधिकारी ने बताया कि मृतक की पहचान 27 वर्षीय लिजेन मगर के रूप में हुई है, जो दीमा हसाओ के कलामाटी के एक गांव से है. उन्होंने बताया कि सेना और राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) के गोताखोर जब खनिक को बाहर निकालने गए तो मगर का शव खदान में भरे हुए पानी में तैरता हुआ मिला. मुख्यमंत्री ने कहा, "उमरंगसो में बचाव कार्य निरंतर जारी है. दुखद बात यह है कि आज सुबह एक और शव बरामद किया गया...." उन्होंने कहा, "हमारी संवेदनाएं शोक संतप्त लोगों के साथ हैं." अधिकारी ने बताया कि तेल एवं प्राकृतिक गैस निगम (ओएनजीसी) और कोल इंडिया द्वारा लाई गई विशेष मशीनों से 340 फुट गहरी खदान से पानी निकालने का काम किया जा रहा है. यह भी पढ़ें : Adani Group: अदाणी ग्रुप ने ‘विल्मर’ में 13.5 प्रतिशत हिस्सेदारी बेचकर 4,850 करोड़ रुपये जुटाए
मुख्यमंत्री ने दावा किया था कि यह खदान 12 वर्ष पहले बंद कर दी गई थी और तीन वर्ष पहले तक यह असम खनिज विकास निगम के अधीन थी. शर्मा ने शुक्रवार रात को कहा, "यह कोई अवैध खदान नहीं थी, बल्कि इसे बंद कर दिया था. उस दिन खनिक पहली बार कोयला निकालने के लिए खदान में घुसे थे." उन्होंने बताया कि खनिकों के मुखिया को गिरफ्तार कर लिया गया है और पुलिस मामले की जांच कर रही है. अभियान पर शर्मा ने कहा कि बृहस्पतिवार से पानी निकालने का काम जारी है और अब तक सात मीटर पानी निकाला जा चुका है. उन्होंने बताया, ‘‘चार गड्ढों में पानी 26 मीटर तक भर गया है. अगर गड्ढों से पानी निकाल दिया जाए तो हम कुछ नतीजे की उम्मीद कर सकते हैं."
शर्मा ने कहा कि नागपुर से एक और मशीन मंगाई गई है और शनिवार सुबह से इसका संचालन शुरू हो जाएगा. उन्होंने कहा कि यदि यह ठीक काम करेगी तो उम्मीद है कि शाम तक पानी निकाल लिया जाएगा. इस घटना में दीमा हसाओ स्वायत्त परिषद के मुख्य कार्यकारी सदस्य (सीईएम) देबोलाल गोरलोसा के परिवार के सदस्य की कथित संलिप्तता पर मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘यह मानवीय त्रासदी है और हमें इसका राजनीतिकरण नहीं करना चाहिए.'