पटना, नौ अप्रैल लॉकडाउन के कारण देश के विभिन्न राज्यों में फंसे बिहार के लोगों की ‘बिहार फाउंडेशन’ के जरिए मदद की जा रही है।
‘बिहार फाउंडेशन’ के संरक्षक मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और अध्यक्ष उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी हैं, लॉकडाउन के कारण देश के विभिन्न राज्यों में फंसे बिहार के लोगों की इसके माध्यम से मदद की जा रही है।
मुख्यमंत्री के निर्देश पर ‘बिहार फाउंडेशन’ द्वारा दिल्ली सहित अन्य शहरों में राहत केंद्र बनाए गए हैं जहां भोजन के साथ-साथ भोजन के पैकेट बांटे जा रह हैं। इसमें खर्च होने वाली राशि का व्यय मुख्यमंत्री राहत कोष से किया जा रहा है।
मुख्यमंत्री के निर्देश पर ‘बिहार फाउंडेशन’ के माध्यम से महाराष्ट्र, गोवा, कर्नाटक, तमिलनाडु, पश्चिम बंगाल एवं सिक्किम जैसे राज्यों के कई शहरों तथा मुंबई, पुणे, नागपुर, सूरत, अहमदाबाद, गोवा, कोलकाता, हैदराबाद, बेंगलुरु, सिक्किम तथा दिल्ली में राहत केंद्र चलाए जा रहे हैं। लोगों को प्रतिदिन दोनों समय का भोजन और प्रति व्यक्ति 15 दिन के राशन पैकेट भी उपलब्ध कराए जा रहे हैं। 28 मार्च से अब तक 3,17,731 लोगों को राहत केंद्रों पर सुविधाएं उपलब्ध करायी जा चुकी है।
मुख्यमंत्री कार्यालय से प्राप्त जानकारी के मुताबिक सात अप्रैल तक देशभर में 30,144 लोगों को राशन पैकेट वितरित किए गए। इस राशन पैकेट में 5 किलोग्राम चावल, 3 किलोग्राम आटा, 1.5 किलोग्राम दाल, 500 ग्राम सरसों तेल, 500 ग्राम नमक, 2 किलोग्राम आलू, 1 किलोग्राम प्याज, 2 किलोग्राम पोहा-चूड़ा, हल्दी पाउडर 50 ग्राम, मिर्ची पाउडर 50 ग्राम, एक साबुन , गुड़-जैगरी 500 ग्राम होता है।
कई जगहों पर प्रवासी बिहारियों के लिए आवासन एवं चिकित्सकीय सुविधा की व्यवस्था की गई है। अनेक जगहों पर अस्थायी राहत शिविर भी बनाए गए हैं।
लॉकडाउन के कारण बिहार के बाहर फंसे बिहार के लोगों द्वारा ‘बिहार फाउंडेशन’ के माध्यम से किये जा रहे राहत कार्यों की प्रशंसा की जा रही है। लाभुक अपने वीडियो संदेश के माध्यम से राहत कार्यों की लगातार प्रशंसा कर रहे हैं।
अनवर
(यह सिंडिकेटेड न्यूज़ फीड से अनएडिटेड और ऑटो-जेनरेटेड स्टोरी है, लेटेस्टली स्टाफ ने इसमें कोई बदलाव या एडिट नहीं किया है)