पुणे, 9 नवंबर : राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) प्रमुख और महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने शुक्रवार को कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जैसे कद के नेता छोटे स्थानों पर आमतौर पर चुनावी रैलियां नहीं करते, इसलिए मोदी बारामती नहीं आएंगे. मौजूदा विधायक पवार अपने भतीजे युगेंद्र पवार के खिलाफ बारामती से चुनाव लड़ रहे हैं. युगेंद्र, शरद पवार के नेतृत्व वाली राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एसपी) के उम्मीदवार हैं. पत्रकारों द्वारा यह पूछे जाने पर कि उन्होंने अपने समर्थन में जनसभा करने के लिए मोदी को क्यों नहीं आमंत्रित किया, अजित ने कहा कि जब मोदी जैसे नेता प्रचार करते हैं, तो उनकी रैलियां जिला मुख्यालयों पर आयोजित की जाती हैं, न कि तहसील स्थलों पर.
उन्होंने कहा, ‘‘तहसील से लोग रैली में भाग लेने जाते हैं. पुणे में होने वाली रैली पूरे जिले के लिए होगी जिसमें बारामती भी शामिल है.’’ यह पूछे जाने पर कि मोदी ने 2019 में बारामती में रैली क्यों की थी, उन्होंने कहा कि तब इसका उद्देश्य ‘‘अजित पवार नामक उम्मीदवार को हराना’’ था. अजित पवार 2019 में विपक्षी खेमे में थे और अपने चाचा शरद पवार के नेतृत्व वाली राकांपा का हिस्सा थे. यह भी पढ़ें : ऐसी सड़कों का निर्माण हो जिससे दोषपूर्ण इंजीनियरिंग कार्यों के कारण कोई दुर्घटना न हो: नितिन गडकरी
अजित ने मजाकिया लहजे में कहा, ‘‘इस बार मोदी को उस व्यक्ति को हराना नहीं है. वह उसे जिताना चाहते हैं और इसीलिए वह रैली नहीं कर रहे हैं.’’ अजित पवार ने बृहस्पतिवार को कहा था कि उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी से अपने बारामती निर्वाचन क्षेत्र में चुनावी रैली करने का अनुरोध नहीं किया, क्योंकि वहां लड़ाई परिवार के भीतर है.