मुंबई, 15 फरवरी वैóश्विक बाजारों में तेजी के बीच बैंक और वित्तीय कंपनियों के शेयरों में लिवाली से बीएसई सेंसेक्स सोमवार को पहली बार 52,000 अंक के ऊपर बंद हुआ। एनएसई निफ्टी भी 15,300 के ऊपर निकल गया।
कारोबारियों के अनुसार मुद्रास्फीति, औद्योगिक उत्पादन के अनुकूल आंकड़े और विदेशी पूंजी प्रवाह जारी रहने से तेजी को बल मिला।
तीस शेयरों पर आधारित बीएसई सेंसेक्स 609.83 अंक यानी 1.18 प्रतिशत उछलकर 52,154.13 अंक पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान यह एक समय 52,235.97 के रिकार्ड स्तर तक चला गया था।
इसी प्रकार, नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 151.40 अंक यानी 1.0 प्रतिशत की बढ़त के साथ 15,314.70 अंक की रिकार्ड ऊंचाई पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान यह 15,340.15 अंक तक चला गया था।
सेंसेक्स के शेयरों में सर्वाधिक लाभ में एक्सिस बैंक रहा। इसमें 5.88 प्रतिशत की तेजी आयी। इसके अलावा आईसीआईसीआई बैंक, बजाज फाइनेंस, एसबीआई, इंडसइंड बैंक, एचडीएफसी, बजाजफिनसर्व और एचडीएफसी बैंक में भी तेजी रही।
दूसरी तरफ जिन शेयरों में गिरावट दर्ज की गयी, उनमें डा. रेड्डीज, टीसीएस, टेक महिंद्रा, एचयूएल, एशियन पेंट्स और टाइटन शामिल हैं। इनमें 1.77 प्रतिशत की तेजी आयी।
आनंद राठी के इक्विटी शोध प्रमुख (फंडामेंटल) नरेंद्र सोलंकी ने कहा, ‘‘एशिया के अन्य बाजारों खासकर जापान में तेजी का सकारात्मक असर घरेलू बाजार पर पड़ा। जापान की अर्थव्यवस्था में पिछले साल अक्टूबर-दिसंबर में सालाना आधार पर 12.7 प्रतिशत की वृद्धि की खबर से निक्की 225 पहली बार तीन दशक से भी अधिक समय में 30,000 अंक को पार कर गया है।’’
इस बीच, थोक कीमत आधारित मुद्रास्फीति जनवरी में तेजी से बढ़कर 2.03 प्रतिशत पहुंच गयी।
पिछले शुक्रवार को बाजार बंद होने के बाद जारी आंकड़े के अनुसार औद्योगिक उत्पादन में दिसंबर में एक प्रतिशत की वृद्धि हुई जबकि खुदरा मुद्रास्फीति जनवरी में 16 महीने के न्यूनतम स्तर 4.06 प्रतिशत रही।
एशिया के अन्य बाजारों में चीन और हांकांग बाजार चांद के हिसाब से नये साल के अवकाश के कारण बंद रहे। वहां जापान और दक्षिण कोरिया के बाजारों में तेजी रही।
भारतीय समयानुसार दोपहर बाद खुलने वाले यूरोप के प्रमुख बाजारों में शुरुआती रुझान सकारात्मक था। कोविड-19 टीकाकरण को लेकर सकारात्मक खबरें तथा अमेरिका में प्रस्तावित 1,900 अरब डॉलर के प्रोत्साहन पैकेज का असर बाजारों पर पड़ा।
इस बीच, वैश्विक तेल मानक ब्रेंट क्रूड का भाव 1.30 प्रतिशत बढ़कर 63.24 डॉलर प्रति बैरल पर रहा।
अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपये की विनिमय दर 7 पैसे लाभ के साथ 72.68 पर बंद हुई।
(यह सिंडिकेटेड न्यूज़ फीड से अनएडिटेड और ऑटो-जेनरेटेड स्टोरी है, ऐसी संभावना है कि लेटेस्टली स्टाफ द्वारा इसमें कोई बदलाव या एडिट नहीं किया गया है)